- मानस मंडली विष्णुपुर इकाई गढ़वा द्वारा श्री रामचरितमानस सुंदरकांड पाठ अखंड पाठ का आयोजन किया गया।
- आयोजन स्थल: अनिरुद्ध प्रसाद सोनी के निवास स्थान बिशनपुर नवादा मोड़ गढ़वा और बी बी एस के डी पब्लिक स्कूल के प्रांगण में।
- पाठ की महत्वता: सुंदरकांड पाठ से घर में सुख-शांति और विश्व कल्याण की प्राप्ति होती है।
- प्रमुख उपस्थित लोग: मानस मंडली के सदस्य और विभिन्न सम्मानित व्यक्तित्व, जैसे अरुण दुबे, सतीश चौबे, द्वारकानाथ पांडे, शारदा देवी, अनिरुद्ध प्रसाद सोनी, और अन्य।
आज, मानस मंडली विष्णुपुर इकाई गढ़वा के द्वारा एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें श्री रामचरितमानस सुंदरकांड पाठ का अखंड पाठ किया गया। यह आयोजन पिछले वर्ष 2013 से प्रत्येक मंगलवार को निर्धारित समय पर किया जा रहा है, और आज भी यह पारंपरिक कार्यक्रम बड़े धूमधाम से संपन्न हुआ।
आयोजन स्थल और विधि
यह आयोजन अनिरुद्ध प्रसाद सोनी जी के निवास स्थान बिशनपुर नवादा मोड़ गढ़वा और बी बी एस के डी पब्लिक स्कूल नवादा मोड़ गढ़वा के प्रांगण में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत श्री राम दरबार पर पुष्पमाला अर्पित कर की गई। इसके बाद, श्री रामचरितमानस सुंदरकांड पाठ पुस्तक पर पुष्प अर्पित किया गया और शंख ध्वनि के साथ मंत्र उच्चारण किया गया।
पाठ और सम्मान
इस धार्मिक अनुष्ठान के दौरान धूप दीप आरती और भजन कीर्तन का आयोजन भी किया गया। मानस मंडली के सभी सदस्य और गायत्री परिवार के सदस्य को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
पाठ के लाभ
श्री रामचरितमानस सुंदरकांड पाठ करने से घर में सुख-शांति की प्राप्ति होती है और समस्त विश्व का कल्याण होता है। श्री रामचंद्र जी के जीवन और मर्यादा का पालन करने से जीवन की सभी समस्याओं का समाधान होता है। यह पाठ जीने की कला सिखाता है और हनुमान जी की भक्ति से मानसिक शांति मिलती है।
कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख लोग
इस विशेष आयोजन में कई प्रमुख व्यक्तित्व उपस्थित थे, जिनमें अरुण दुबे (मुख्य व्यास जी), आत्मा पांडे, बृजेश कुमार पांडे, सतीश चौबे, द्वारकानाथ पांडे, अमरेंद्र कुमार मिश्र, अशोक पटवा, रघुपति सिंह, शिवपूजन प्रसाद, उदय ठाकुर, सियाराम पांडे, विजय तिवारी, रमन केसरी, राकेश रंजन चौबे, कृष्ण कुमार चौबे, शेखर सिन्हा, दिलीप श्रीवास्तव, और बृजेश कुमार पांडे शामिल थे। साथ ही, अनिरुद्ध प्रसाद सोनी, शारदा देवी, संजय सोनी, शोभा सोनी, लालन सोनी, गायत्री देवी, अनिल सोनी, श्वेता सोनी, दीपक सोनी, साक्षी सोनी, हर्ष सोनी, सौभाग्य सोनी, संस्कृति शोभा, और अंशी सोनी का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।
यह कार्यक्रम न केवल धार्मिक आयोजन था, बल्कि समाज में सामूहिक भक्ति और सुख-शांति के संदेश का प्रसार भी था। ऐसे आयोजनों से हम अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में ढाल सकते हैं। ‘न्यूज़ देखो’ से जुड़े रहें और हमारे साथ सभी नई खबरों और आयोजनों से अपडेट रहें।