
#मनातू #अवैध_खेती : चार आरोपी गिरफ्तार—पूरी खेती नष्ट, संसाधन जब्त।
- मनातू जंगल क्षेत्र में अवैध पोस्ता-अफीम खेती का खुलासा।
- पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा न्यायिक हिरासत।
- कार्रवाई थाना कांड संख्या 17/2025 के तहत NDPS एक्ट और वन अधिनियम के अनुसार।
- थाना प्रभारी निर्मल उरांव के नेतृत्व में छापेमारी।
- पूरी अवैध खेती नष्ट, खेती में उपयोग सामान जब्त।
- पुलिस ने कहा—नशा कारोबार पर कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
मनातू, पलामू : अवैध नशा कारोबार पर शिकंजा कसते हुए मनातू पुलिस ने रविवार को जंगल क्षेत्र में की जा रही पोस्ता-अफीम की खेती का बड़ा खुलासा किया। थाना क्षेत्र के दूरस्थ इलाकों में छुपाकर की जा रही इस खेती के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने चार आरोपियों को मौके से गिरफ्तार किया। पूरी कार्रवाई थाना प्रभारी निर्मल उरांव के नेतृत्व में की गई।
पुलिस ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर जंगल क्षेत्र में छापेमारी की गई, जहां बड़े पैमाने पर अवैध पोस्ता पौधे मिले। पुलिस दल ने मौके पर ही पूरी खेती को नष्ट किया तथा खेती में उपयोग की जा रही सामग्रियों को जब्त कर लिया। क्षेत्र में नशा कारोबार के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस कार्रवाई को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
कौन-कौन हुए गिरफ्तार?
छापेमारी के दौरान पुलिस ने चार आरोपियों को मौके से पकड़ा। सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। गिरफ्तार व्यक्तियों की पहचान इस प्रकार है :
- मनोज सिंह (38 वर्ष), ग्राम चिड़ीखुर्द
- ब्रह्मदेव सिंह (51 वर्ष), ग्राम चिड़ीखुर्द
- दिनेश भुइंया (56 वर्ष), ग्राम झुमरी
- बालेश्वर भुइंया (45 वर्ष), ग्राम झुमरी
इनके खिलाफ मनातू थाना कांड संख्या 17/2025 के तहत
धारा 8(B)/18(B)/29 NDPS एक्ट 1985 तथा
33 भारतीय वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।
जंगल में कैसे चल रही थी अवैध खेती?
पुलिस के अनुसार आरोपी लोग घने जंगलों का फायदा उठाकर शांत क्षेत्रों में पोस्ता की खेती करते थे। गुप्त सूचना पर जब टीम वहां पहुंची तो कई स्थानों पर पौधे उगाए मिले। स्थानीय लोगों को इसकी भनक तक नहीं थी। पुलिस ने पूरे इलाके को मशीनों की सहायता से साफ कराया और खेती के सभी निशान मिटा दिए।
थाना प्रभारी निर्मल उरांव ने बताया कि इलाके में नशे के अवैध कारोबार पर रोक लगाने के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही है। उन्होंने कहा कि—
“अवैध नशा कारोबार और पोस्ता-अफीम की खेती करने वालों पर लगातार सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। इस तरह की आपराधिक गतिविधियों को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
स्थानीय स्तर पर कार्रवाई से राहत
इस कार्रवाई के बाद स्थानीय ग्रामीणों में राहत की भावना है। ग्रामीणों ने कहा कि जंगल इलाकों में अवैध गतिविधियों के कारण क्षेत्र की सुरक्षा और वातावरण खराब हो रहा था। पुलिस की कार्रवाई से नशे के प्रवाह पर रोक लगेगी और अपराधियों में भय का माहौल बनेगा।
न्यूज़ देखो: नशा कारोबार पर पुलिस की सक्रियता
मनातू पुलिस की यह कार्रवाई बताती है कि ग्रामीण और जंगल क्षेत्रों में नशा कारोबार से जुड़े नेटवर्क को तोड़ने के लिए अभियान तेज किया गया है। NDPS के तहत ऐसी कार्रवाईयाँ प्रभावी होती हैं, बशर्ते इनकी निरंतरता बनी रहे। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
नशा मुक्त समाज की दिशा में कदम
अवैध खेती और नशा कारोबार समाज को भीतर से कमजोर करता है। ऐसे में प्रशासन की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। आप भी अपने क्षेत्र में किसी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। खबर को साझा करें और अपनी राय टिप्पणी में लिखें।




