विशुनपुरा में आम महोत्सव सह बागवानी मेला का आयोजन, स्वरोजगार व हरित मिशन पर जोर

#विशुनपुरा #आम_महोत्सव — पर्यावरण, आजीविका और आत्मनिर्भरता के लिए बागवानी को मिला बढ़ावा

आम से आत्मनिर्भरता की ओर

विशुनपुरा, — प्रखंड सह अंचल कार्यालय के सभागार में गुरुवार को मनरेगा अंतर्गत बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत आयोजित प्रखंड स्तरीय आम महोत्सव सह बागवानी मेला का उद्घाटन ब्लॉक प्रमुख दीपा कुमारी ने दीप प्रज्वलन के साथ किया।

दीपा कुमारी ने कहा कि आम बागवानी न केवल पर्यावरण सुरक्षा का साधन है, बल्कि यह स्वरोजगार और आजीविका का सशक्त जरिया भी बन रहा है। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे इस योजना से जुड़कर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनें

कार्यक्रम में अधिकारियों की अहम भागीदारी

प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी डिंपल गुप्ता ने कहा:

“आम बागवानी के माध्यम से लोग न केवल आय अर्जित कर रहे हैं, बल्कि अपने गांव को हराभरा बना रहे हैं। यह योजना आत्मनिर्भर ग्रामीण भारत की नींव रखती है।”

वहीं सहायक अभियंता चिनमय दुबे ने किसानों को गुणवत्तापूर्ण आम उत्पादन की दिशा में प्रयास करने की सलाह दी और कहा कि विशुनपुरा प्रखंड राज्य स्तर पर बागवानी मॉडल बन सकता है

तकनीकी सहायक द्वारा नवीन पौधरोपण तकनीकों, उर्वरक प्रबंधन, और जल संरक्षण आधारित खेती के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।

किसानों को हो रहा आर्थिक लाभ

कार्यक्रम में उपस्थित आम बागवानी लाभुकों ने बताया कि इस योजना से जुड़कर उन्हें अच्छी आमदनी और आजीविका का स्थायी साधन प्राप्त हुआ है।
लाभुक प्रेमशंकर पासवान, प्रदीप बीयार, इबरार आलम आदि ने साझा किया कि आम उत्पादन के बाद बाजार तक पहुंचने में प्रशासनिक सहयोग से आर्थिक आत्मनिर्भरता संभव हो रही है

जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी

मौके पर ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि चंदन मेहता, पिपरी कला पंचायत मुखिया शुशीला देवी, मुखिया प्रतिनिधि अशोक पासवान, कनीय अभियंता रोहित गुप्ता, रोजगार सेवक चंद्रकांत कुमार, बरुण मिश्रा, रीता देवी, रंजू कुमारी, भुनेश्वर राम, हंसराज सिंह, राजेंद्र चंद्रवंशी सहित कई पंचायत प्रतिनिधि व लाभुक मौजूद रहे।

न्यूज़ देखो : हर गांव में हरियाली और आजीविका की नई उम्मीद

न्यूज़ देखो मानता है कि बिरसा हरित ग्राम योजना जैसी योजनाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती, कृषि नवाचार को प्रोत्साहन और हरियाली के माध्यम से स्थायी विकास की दिशा में प्रभावी भूमिका निभा रही हैं।
ऐसे आयोजनों से गांव-गांव में नई सोच और समृद्ध भविष्य का बीज बोया जा रहा है
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

खेती की नई कहानी : आम से आमदनी

आने वाले समय में आम उत्पादन को उद्योग का रूप देने, रूपांतरण और विपणन के लिए सहकारिता आधारित मॉडल को अपनाने से विशुनपुरा और आसपास के गांवों की तकदीर बदली जा सकती है
हर किसान बनेगा प्रेरणा, और हर बागान बनेगा बदलाव की मिसाल

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