- मंत्री हफिजुल हसन ने हाफिज अशजद हसन की दस्तार-बंदी पर हर्ष व्यक्त किया
- मदरसा हुसैनिया, कड़रू, रांची में आयोजित हुआ 32वां दस्तार-बंदी समारोह
- जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के सदर मौलाना असद महमूद मदनी ने दस्तार रखी
- मंत्री ने इसे पूरे परिवार और समाज के लिए गर्व का क्षण बताया
- कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित उलेमा, शिक्षकगण और गणमान्य लोग उपस्थित रहे
मंत्री हफिजुल हसन ने व्यक्त की खुशी
झारखंड सरकार के मंत्री हफिजुल हसन ने अपने भतीजे हाफिज अशजद हसन की दस्तार-बंदी पर गर्व और हर्ष व्यक्त किया। हाफिज अशजद हसन, मंत्री के छोटे भाई एकरामूल हसन के पुत्र हैं। यह समारोह मदरसा हुसैनिया, कड़रू, रांची में आयोजित 32वें दस्तार-बंदी समारोह के दौरान संपन्न हुआ।
जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के सदर ने रखी दस्तार
इस शुभ अवसर पर जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के सदर मौलाना असद महमूद मदनी ने हाफिज अशजद हसन साहब के सिर पर दस्तार रखी। मंत्री हफिजुल हसन ने कहा कि यह न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे समाज के लिए एक सम्मानजनक उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि इस्लामी शिक्षा में दीक्षित होना एक महान कार्य है और इससे समाज में सकारात्मक परिवर्तन आएगा।
समारोह में गणमान्य लोगों की उपस्थिति
इस अवसर पर कई प्रतिष्ठित उलेमा, मदरसा के शिक्षकगण, गणमान्य व्यक्ति, परिजन और शुभचिंतक उपस्थित रहे। मंत्री हफिजुल हसन ने हाफिज अशजद हसन को मुबारकबाद दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
न्यूज़ देखो
झारखंड और रांची से जुड़ी हर महत्वपूर्ण खबर सबसे पहले पढ़ने के लिए जुड़े रहें ‘न्यूज़ देखो’ के साथ। हम लाते हैं आपके लिए सटीक और निष्पक्ष खबरें, जो आपके लिए जरूरी हैं।