
#गिरिडीह #मार्शलआर्ट_समर_कैंप – 50 बच्चों ने सीखा आत्मरक्षा और मानसिक मजबूती का संयोजन, समापन कार्यक्रम में दिखा उत्साह
- गिरिडीह में 19 मई से चल रहे 7 दिवसीय समर कैंप का समापन रविवार को हुआ
- मुख्य अतिथि के रूप में भारत विकास परिषद के जिला अध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने बच्चों का उत्साहवर्धन किया
- ताइक्वांडो, कराटे और वूशु के साथ योग और ध्यान का भी मिला प्रशिक्षण
- 50 प्रतिभागियों ने आत्मरक्षा के गुर सीखे, खासकर लड़कियों को किया गया प्रेरित
- अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया
- आयोजन को सफल बनाने में कोचों और वरिष्ठ खिलाड़ियों का रहा अहम योगदान
बेटियों की सुरक्षा और फिटनेस को समर्पित रहा यह शिविर
गिरिडीह के द बैलेंस पाथ एकेडमी में आयोजित सात दिवसीय मार्शल आर्ट समर कैंप का रविवार को भव्य समापन हुआ। इस शिविर का नेतृत्व गिरिडीह जिला ताइक्वांडो संघ के महासचिव और एकेडमी के डायरेक्टर अमित स्वर्णकार ने किया।
शिविर में शामिल 50 बच्चों को ताइक्वांडो, कराटे, वूशु जैसी आत्मरक्षा विधाओं का सघन प्रशिक्षण दिया गया। इसके साथ ही उनकी मानसिक मजबूती के लिए योग और ध्यान की नियमित कक्षाएं भी आयोजित की गईं। यह प्रशिक्षण विशेष रूप से बेटियों को आत्मनिर्भर और आत्मरक्षित बनाने के उद्देश्य से दिया गया।
आत्मरक्षा का यह हुनर आज की जरूरत: मुख्य अतिथि
समापन समारोह के मुख्य अतिथि देवेंद्र सिंह ने बच्चों के प्रदर्शन को प्रशंसनीय बताते हुए कहा—
“आज के समय में लड़कियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण लेना बेहद जरूरी है। यह कला उनके जीवन में सुरक्षा का कवच बन सकती है।”
उन्होंने बच्चों से आग्रह किया कि वे मार्शल आर्ट का अभ्यास निरंतर जारी रखें और अपने आत्मविश्वास को बनाए रखें।
प्रशिक्षकों और आयोजकों का रहा उल्लेखनीय योगदान
इस सफल आयोजन में अमित स्वर्णकार के साथ कराटे कोच मोहम्मद अली, सोनू कुमार, ताइक्वांडो कोच आकाश स्वर्णकार, सीनियर कोच रोहित राय, सीनियर खिलाड़ी कृष्णा कुमार, नयन भट्टाचार्य, साक्षी कुमारी समेत अन्य सहयोगियों का योगदान अहम रहा।
समापन के अवसर पर सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया, जिससे बच्चों में उत्साह और आत्मबल का संचार हुआ।
न्यूज़ देखो : बाल प्रतिभाओं को मंच देना ही हमारा उद्देश्य
न्यूज़ देखो गिरिडीह जैसे जिलों की प्रतिभाओं को पहचान देने और युवा पीढ़ी को आत्मनिर्भर बनाने वाले आयोजनों को सबसे पहले आपके सामने लाता है। ऐसे शिविर समाज में सशक्तिकरण और जागरूकता की भावना पैदा करते हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी हो, तो कृपया इसे रेट करें और नीचे कमेंट में अपनी राय दें।