
#Medininagar #TrafficJam : रांची रोड पर वाहनों की लंबी कतार, यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें
- रांची रोड पर चियांकी हवाई अड्डा के पास मालवाहक ट्रक फंसने से भीषण जाम।
- तकनीकी खराबी के कारण ट्रक NH पर आड़ी पोजीशन में अटक गया।
- 50 से 70 वाहन दो घंटे से जाम में फंसे, दोपहिया वाहन किसी तरह निकल रहे।
- यातायात विभाग और प्रशासन की ओर से अब तक कोई राहत व्यवस्था नहीं।
- स्कूल बसें फंसने से अभिभावक चिंतित, यात्रियों में आक्रोश।
क्या हुआ रांची रोड पर?
मेदिनीनगर में मंगलवार सुबह रांची रोड चियांकी हवाई अड्डा के पास बड़ा हादसा टल गया, लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के कारण भीषण जाम लग गया। एक मालवाहक ट्रक तकनीकी खराबी के कारण अचानक NH पर आड़ी पोजीशन में फंस गया, जिससे दोनों ओर यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
सूत्रों के मुताबिक, ट्रक सोहसा बागान की गली से बैक करते समय अचानक खराब हो गया और सड़क के बीच अटक गया।
कितने वाहन फंसे और किसे परेशानी?
जाम की वजह से 50 से 70 वाहन, जिनमें ट्रक, बसें, स्कूल बसें और निजी गाड़ियां शामिल हैं, पिछले दो घंटे से सड़क पर फंसी हुई हैं। दोपहिया वाहन किसी तरह निकल रहे हैं, लेकिन बड़े वाहनों की लंबी कतार NH पर लगी है।
सुबह का समय होने के कारण स्कूली बच्चों और ऑफिस जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई स्कूल बसें जाम में फंस गई हैं।
अभिभावकों ने सवाल उठाया: “प्रशासन का कोई प्रतिनिधि मौके पर नहीं दिख रहा। इतनी बड़ी सड़क पर दो घंटे से जाम है, लेकिन समाधान की कोई व्यवस्था नहीं।”
प्रशासन और यातायात विभाग की चुप्पी पर गुस्सा
खबर लिखे जाने तक यातायात विभाग की ओर से न तो कोई क्रेन भेजी गई और न ही ट्रक को हटाने की ठोस व्यवस्था की गई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं, लेकिन प्रशासन के पास कोई इमरजेंसी प्लान नहीं है।
लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो जाम और लंबा खिंच सकता है, जिससे एंबुलेंस और जरूरी सेवाओं पर भी असर पड़ सकता है।



न्यूज़ देखो: लापरवाही से बिगड़ता यातायात प्रबंधन
यह घटना दिखाती है कि आपातकालीन हालात से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार नहीं है। बड़े शहरों में यातायात प्रबंधन की दक्षता जरूरी है, लेकिन मेदिनीनगर जैसी जगहों पर इसकी भारी कमी है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सजग नागरिक ही समाधान का रास्ता दिखाते हैं
यातायात नियमों का पालन और प्रशासनिक तत्परता ही शहर को जाम से मुक्त कर सकती है। अगर आप भी ऐसे हालात देखें, तो संबंधित विभाग को सूचना दें और सोशल मीडिया पर जागरूकता फैलाएं।
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