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मतदान का पर्व, गीतों की गूंज: भोजपुरी धुन से जागेगा हर बूथ

रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के दूसरे और अंतिम चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया आज, 22 अक्टूबर से शुरू हो गई है। इस चरण में कुल 38 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा, लेकिन पहले दिन किसी भी क्षेत्र से नामांकन दाखिल नहीं किया गया। नामांकन की अंतिम तिथि 29 अक्टूबर है, और मतदान 17 नवंबर को होगा।

मतदान क्षेत्रों की प्रमुख जानकारी
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने बताया कि दूसरे चरण की अधिसूचना जारी कर दी गई है। इस चरण में झारखंड के कुछ सबसे बड़े और छोटे विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। क्षेत्रफल के हिसाब से मांडू सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र है, जबकि झरिया सबसे छोटा है। जनसंख्या के लिहाज से बोकारो सबसे बड़ा और सिल्ली सबसे छोटा क्षेत्र है। वहीं, मतदाता संख्या के आधार पर बोकारो सबसे बड़ा और लिट्टीपाड़ा सबसे छोटा मतदाता क्षेत्र है।

इन 38 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 1,23,58,195 मतदाता हैं, जिनमें 62,79,029 पुरुष, 60,79,019 महिला और 147 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। मतदान के लिए कुल 14,218 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिनमें से 2,414 शहरी क्षेत्र में और 11,804 ग्रामीण क्षेत्रों में हैं।

प्रथम चरण में नामांकन की प्रक्रिया
पहले चरण के लिए अब तक कुल 57 नामांकन दर्ज हो चुके हैं, जिसमें 22 अक्टूबर को 32 प्रत्याशियों ने नामांकन किया। पहला चरण 25 अक्टूबर तक नामांकन के लिए खुला रहेगा। अब तक आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के 12 मामले सामने आए हैं, जिनमें सबसे अधिक 8 मामले गढ़वा जिले से दर्ज किए गए हैं।

चुनाव आयोग ने गढ़वा जिले पर खास नजर बनाए रखी है, जहां चुनावी माहौल खासा गरम है।

गिरिनाथ सिंह के समाजवादी पार्टी से गढ़वा से चुनाव लड़ने की घोषणा ने इस क्षेत्र को खास बना दिया है। 290 चेकपोस्ट्स राज्य भर में तैनात किए गए हैं, और अब तक 12.5 करोड़ की अवैध नकदी और अन्य सामग्री जब्त की जा चुकी है।

मतदाता जागरूकता के लिए भोजपुरी गीत का वीडियो लॉन्च

वोट देवे के मूहूर्त। मतदाता जागरूकता वीडियो लॉन्च

मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार और संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध कुमार ने एक भोजपुरी गीत का वीडियो लॉन्च किया। इस गीत का उद्देश्य मतदाताओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और उन्हें मतदान के लिए प्रेरित करना है। इस गीत के बोल और संगीत संयोजन खुद संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध कुमार ने तैयार किया है। गाना न केवल मनोरंजक है, बल्कि मतदाताओं को उनके कर्तव्य का बोध भी कराता है।

गाने के माध्यम से संदेश दिया गया है कि हर वोट महत्वपूर्ण है और लोकतंत्र को मजबूत बनाने में इसकी अहम भूमिका है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में इस गाने के जरिए मतदाताओं को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। गढ़वा जैसे क्षेत्रों में यह जागरूकता अभियान विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जहां हर वोट चुनावी समीकरण को बदल सकता है।

गढ़वा में मतदाताओं पर नजर

गढ़वा जिला, जहां आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के सबसे अधिक मामले दर्ज हुए हैं, अब चुनावी गतिविधियों का प्रमुख केंद्र बन चुका है। चुनाव आयोग ने गढ़वा में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं ताकि निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित किया जा सके। इसके साथ ही, भोजपुरी गीत के जरिए भी यहां के मतदाताओं को सक्रिय रूप से मतदान करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

चुनाव आयोग की ओर से जारी किया गया भोजपुरी गीत अब चुनाव प्रचार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है, जो खासकर ग्रामीण इलाकों में मतदाताओं तक पहुंच बनाने का काम करेगा।

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