
- पलामू में विश्व टीबी दिवस पर आयोजित होगा सेमिनार।
- सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार के सम्मेलन हॉल में होगा कार्यक्रम।
- प्रमुख वक्ता होंगे स्वास्थ्य सेवाओं के पूर्व क्षेत्रीय उप निदेशक डॉ. आरपी सिन्हा।
- टीबी योद्धाओं को मंच देने की बात भी उठी।
- 2025 तक टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत जागरूकता पर जोर।
सेमिनार की तैयारी पूरी
पलामू के जिला टीबी अधिकारी डॉ. अनिल कुमार श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि विश्व टीबी दिवस के अवसर पर एक महत्वपूर्ण सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है। यह सेमिनार सिविल सर्जन सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार के सम्मेलन हॉल में आयोजित होगा।
मुख्य वक्ता होंगे डॉ. आरपी सिन्हा
इस सेमिनार में स्वास्थ्य सेवाओं के पूर्व क्षेत्रीय उप निदेशक डॉ. आरपी सिन्हा बतौर मुख्य वक्ता भाग लेंगे। उनके साथ कई ऐसे विशेषज्ञ भी उपस्थित रहेंगे जिन्होंने टीबी उन्मूलन पर सराहनीय कार्य किया है।
टीबी योद्धाओं को मंच देने की आवश्यकता
डॉ. श्रीवास्तव ने कहा कि अगर टीबी से जूझ चुके योद्धा या टीबी विजेता भी वक्ताओं के पैनल में शामिल किए जाते, तो यह और अधिक प्रेरणादायक होता। उन्होंने कहा:
“ऐसे योद्धा अपने संघर्षों और अनुभवों को साझा कर आम लोगों में जागरूकता फैला सकते हैं। उनके शब्द टीबी के खिलाफ इस लड़ाई में सच्ची प्रेरणा का कार्य करेंगे।”
2025 तक टीबी मुक्त पंचायत का संकल्प
डॉ. अनिल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पलामू जिले के कई पंचायतों को टीबी फ्री पंचायत घोषित करने की दिशा में भी प्रयास चल रहे हैं। यह कार्यक्रम सिर्फ एक सेमिनार न होकर टीबी के खिलाफ जन अभियान का हिस्सा है। उन्होंने यह भी कहा:
“भारत में हर 5 मिनट में दो लोग टीबी के कारण अपनी जान गंवा रहे हैं। प्रधानमंत्री के 2025 तक टीबी मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने में जनता की भागीदारी बेहद जरूरी है।”
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टीबी के खिलाफ इस जंग में प्रशासन और डॉक्टरों के साथ आम लोगों का जागरूक होना बेहद जरूरी है। क्या पलामू जिला 2025 तक टीबी मुक्त बनने का अपना संकल्प पूरा कर पाएगा? जुड़िए हमारे साथ — हर खबर पर रहेगी हमारी नज़र — ‘न्यूज़ देखो’।