
#राजखाड़ #विकासकीमांग : ग्रामीणों ने दशकों से लंबित सड़क और पुल निर्माण पर जताई नाराज़गी – सांसद से मिला आश्वासन
- राजखाड़ अंबेडकर नगर में सड़क और पुल की गंभीर समस्या पर विशेष बैठक आयोजित हुई।
- बैठक में पूर्व प्रत्याशी सुधीर कुमार चंद्रवंशी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
- ग्रामीणों ने कहा कि अब तक कोई जनप्रतिनिधि वादा पूरा नहीं कर पाया।
- चंद्रवंशी ने सांसद बी.डी. राम से फोन पर बात कर पुल निर्माण का आग्रह किया।
- सांसद ने पुल निर्माण को लेकर शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया।
- बैठक में सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लेकर सरकार से त्वरित पहल की मांग की।
बिश्रामपुर प्रखंड के राजखाड़ अंबेडकर नगर उत्क्रमित मध्य विद्यालय प्रांगण में शुक्रवार को ग्रामीणों, महिलाओं और बुद्धिजीवियों की उपस्थिति में एक विशेष बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में क्षेत्र की सबसे गंभीर समस्या – सड़क और पुल की कमी – को लेकर गहन चर्चा हुई। ग्रामीणों ने कहा कि घनी आबादी वाला यह गांव आज भी विकास की मुख्यधारा से वंचित है।
सड़क और पुल न होने से ग्रामीण परेशान
ग्रामीणों ने बताया कि यहां आज तक न तो सड़क बनी है और न ही नदी पर पुल का निर्माण हुआ। इसके कारण आवागमन पूरी तरह बाधित है। खासकर बारिश के मौसम में स्थिति बेहद दयनीय हो जाती है। शादी-ब्याह और सामाजिक गतिविधियों तक पर इसका असर पड़ता है। कई लोग तो इस वजह से गांव में शादी करने से भी कतराने लगे हैं। यह उपेक्षा वर्षों से यहां रहने वाले मुख्यतः दलित परिवारों को झेलनी पड़ रही है।
जनप्रतिनिधियों पर झूठे वादों का आरोप
बैठक में ग्रामीणों ने बताया कि अब तक जितने भी नेता और जनप्रतिनिधि यहां आए, उन्होंने केवल आश्वासन दिए लेकिन काम कोई नहीं हुआ। न सड़क बनी और न पुल का निर्माण हुआ। ग्रामीणों का कहना है कि अब वे और इंतजार नहीं कर सकते, सरकार को तत्काल कदम उठाने होंगे।
सुधीर चंद्रवंशी ने उठाई आवाज
बैठक में मौजूद विश्रामपुर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी सुधीर कुमार चंद्रवंशी ने इस समस्या को गंभीरता से सुना और त्वरित पहल की। उन्होंने मौके पर ही सांसद बी.डी. राम से फोन पर बात की और पुल निर्माण का आग्रह किया। सांसद ने आश्वासन दिया कि पुल का निर्माण प्राथमिकता से कराया जाएगा।
सुधीर चंद्रवंशी ने कहा: “ग्रामीणों को दशकों से सड़क और पुल की मूलभूत सुविधा से वंचित रखा गया है। अब यह और बर्दाश्त नहीं होगा। हम सांसद और विधायक दोनों स्तर पर लगातार पहल करेंगे ताकि राजखाड़ अंबेडकर नगर विकास की रोशनी देख सके।”
उन्होंने यह भी बताया कि पुल का डीपीआर तैयार कर इसे शीघ्र स्वीकृत कराने की पहल की जाएगी।
बैठक में बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल
बैठक में सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए। इनमें प्रमुख रूप से समाजसेवी विवेक शुक्ला, राजा अली, अधिवक्ता रविकांत रवि, ज्ञानचंद राम, अवधेश राम, सुनील राम, भागीरथी राम, राजकुमार राम, पुडेनी राम, संतोष कुमार रवि, अकलू राम, दीपक कुमार रवि, प्रिंस कुमार, सत्यम कुमार, कामेश्वर राम, राम केवल राम, ममता देवी, अंजू देवी, रीता देवी, अनीता देवी समेत बड़ी संख्या में महिलाएं और ग्रामीण उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में सरकार से सड़क और पुल का निर्माण शीघ्र शुरू करने की मांग की।



न्यूज़ देखो: उपेक्षित गांव को चाहिए तत्काल समाधान
राजखाड़ अंबेडकर नगर में सड़क और पुल की कमी सिर्फ विकास का मुद्दा नहीं, बल्कि ग्रामीणों के जीवन और सामाजिक सम्मान से जुड़ा सवाल है। दशकों से यह गांव उपेक्षित रहा है और अब समय है कि सरकार यहां के लोगों की आवाज़ सुने। सांसद और विधायक को इस दिशा में तेज़ी से ठोस कदम उठाने होंगे।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
अब बदलाव की बारी ग्रामीणों की
आज जब सरकार हर गांव तक सड़क और पुल पहुंचाने का दावा करती है, ऐसे में राजखाड़ अंबेडकर नगर जैसे उपेक्षित गांव की स्थिति चिंता का विषय है। अब ग्रामीणों को भी अपनी एकजुटता और आवाज़ से बदलाव की राह बनानी होगी। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और विकास की इस मांग को जनआंदोलन का रूप दें।