- मेराल प्रखंड सभागार में मंगलवार को जनसुनवाई का आयोजन।
- ओखरगड़ा पूर्वी पंचायत में दो योजनाएं धरातल पर नहीं मिलीं, फर्जी भुगतान का आरोप।
- मामला उजागर होते ही पंचायत प्रतिनिधियों और सामाजिक अंकेक्षण दल के बीच विवाद।
- स्थिति बिगड़ने के कारण जनसुनवाई कार्यक्रम स्थगित।
मेराल प्रखंड सभागार में मंगलवार को प्रखंड स्तरीय जनसुनवाई का आयोजन किया गया। इस दौरान ओखरगड़ा पूर्वी पंचायत की दो योजनाओं में अनियमितता का मामला उजागर हुआ। शिकायत के अनुसार:
- योजनाएं धरातल पर मौजूद नहीं थीं।
- माफी पुस्तिका से अधिक भुगतान किया गया था।
- दस्तावेज भी गायब मिले।
जनसुनवाई में हंगामा, कार्यक्रम स्थगित
मामले के सामने आने के बाद पंचायत प्रतिनिधि और सामाजिक अंकेक्षण दल के सदस्यों के बीच विवाद हो गया। स्थिति को देखते हुए कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया।
समीक्षा नहीं होगी, मामला पैनल के पास जाएगा
डीआरपी सुनील कुमार तिवारी ने बताया कि पंचायत में लिए गए निर्णय मनरेगा मार्गदर्शिका के अनुरूप नहीं थे। इसलिए मामला प्रखंड स्तरीय पैनल में उठाया जाएगा। प्रखंड प्रमुख ने कहा कि पंचायत में लिए गए फैसलों की समीक्षा प्रखंड स्तर पर नहीं की जाएगी।
अगले पैनल में होगा मामला प्रस्तुत
डीआरपी ने यह भी कहा कि ऐसे गंभीर मामलों को अगले पैनल में रखा जाएगा। उन्होंने पंचायत के सभी मामलों को पैनल में रखने की बात कही।
जनसुनवाई में कौन-कौन रहे मौजूद?
इस अवसर पर मनरेगा लोकपाल सुशील कुमार तिवारी, प्रखंड प्रमुख दीपमाला कुमारी, बीडीओ सतीश भगत, बीपीओ आदम अली, जेई फिरोज अंसारी, बीएनपी अमित कुमार यादव, विजय मेहता, पंचायत सचिव, रोजगार सेवक, मुखिया, मनरेगा मटेरियल सप्लायर सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
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जनसुनवाई के दौरान हुए हंगामे और योजनाओं में सामने आई गड़बड़ी प्रशासन के लिए एक गंभीर मुद्दा है। आगे की कार्रवाई को लेकर अपडेट्स के लिए जुड़े रहें ‘News देखो’ के साथ।