
- मेराल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में टीबी मरीजों के लिए फूड बास्केट का वितरण।
- प्रखंड विकास पदाधिकारी मेराल की अध्यक्षता में हुआ कार्यक्रम।
- टीबी उन्मूलन के लिए स्वास्थ्य कर्मियों और जनप्रतिनिधियों ने लिया संकल्प।
- टीबी मरीजों को हर महीने ₹1000 डीबीटी के माध्यम से मिलेगा पोषण सहायता।
टीबी मरीजों को मिली पोषण सहायता
गढ़वा जिले के मेराल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत शुक्रवार को एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान 50 टीबी मरीजों के बीच फूड बास्केट वितरित किया गया।
कार्यक्रम में प्रखंड विकास पदाधिकारी सतीश भगत, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. वीरेंद्र कुमार, डॉ. दीपक सिन्हा, डीपीसी यक्ष्मा डॉ. पुरुषेश्वर मिश्र, पंचायत मुखिया धर्मराज राम और राम सागर महतो, लैब टेक्नीशियन श्री विश्वास कुमार शर्मा, बीपीएम चंचल कुमार, एसटीएस संजय रजक समेत कई स्वास्थ्य कर्मी और सहिया कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
टीबी उन्मूलन के लिए जनजागृति पर जोर
प्रखंड विकास पदाधिकारी सतीश भगत ने कहा कि टीबी मरीजों की सूची जल्द से जल्द उपलब्ध कराई जाए, ताकि उन्हें पोषण सामग्री तुरंत दी जा सके। उन्होंने बताया कि टीबी मरीजों को हर महीने ₹1000 डीबीटी के माध्यम से दिया जाएगा, जो पहले ₹500 था।
“टीबी उन्मूलन के लिए सही समय पर दवा लेना, सहिया द्वारा निगरानी और जनप्रतिनिधियों की जागरूकता बेहद जरूरी है।” – डॉ. वीरेंद्र कुमार
डीपीसी यक्ष्मा डॉ. पुरुषेश्वर मिश्र ने कहा कि फूड बास्केट वितरण, टीबी उन्मूलन अभियान की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मरीजों को हरसंभव सुविधा दी जा रही है और हर स्वास्थ्य केंद्र पर टीबी की निशुल्क जांच और दवा उपलब्ध है।

‘न्यूज़ देखो’ की नज़र:
- क्या गढ़वा जिला पूरी तरह टीबी मुक्त हो पाएगा?
- स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से कितने मरीजों को लाभ मिलेगा?
‘न्यूज़ देखो‘ इस अभियान की हर अपडेट आप तक पहुंचाता रहेगा।