
#डेंगूसेबचाव #गढ़वाजागरूकता #राष्ट्रीयडेंगूदिवस – सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार व अधिकारियों ने हरी झंडी दिखाकर प्रभात फेरी को किया रवाना
- सदर अस्पताल परिसर से प्रभात फेरी की हुई शुरुआत
- एएनएम, जीएनएम प्रशिक्षु और विभागीय अधिकारी रहे शामिल
- तख्तियों और नारों के जरिए लोगों को किया गया जागरूक
- चिनिया मोड़ से रंका मोड़ तक निकाली गई फेरी
- डेंगू से बचाव के उपायों पर दिया गया विशेष जोर
डेंगू के खिलाफ गढ़वा में जन-जागरूकता की पहल
राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर शुक्रवार को गढ़वा जिला मुख्यालय में प्रभात फेरी निकालकर आम लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक किया गया। इस आयोजन की अगुवाई जिला भीबीडी विभाग ने की, जिसमें प्रशिक्षु एएनएम, जीएनएम, विभागीय अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए।
सदर अस्पताल परिसर से प्रभात फेरी की शुरुआत हुई, जिसे सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार, जिला भीबीडी पदाधिकारी डॉ. पुष्पा सहगल और जिला सलाहकार अरविंद कुमार द्विवेदी ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
शहरभर में फैला जन-जागरूकता का संदेश
प्रभात फेरी मुख्य मार्ग होते हुए चिनिया मोड़ से रंका मोड़ तक निकाली गई और पुनः सदर अस्पताल लौटकर समाप्त हुई। इस दौरान प्रतिभागियों ने डेंगू के कारण, लक्षण और बचाव के तरीके से संबंधित बैनर और तख्तियां थामे रखीं और जागरूकता नारे भी लगाए।
“डेंगू की रोकथाम जनसहभागिता से ही संभव है। लोग जब जागरूक होंगे, तभी समय पर बचाव संभव है।”
— डॉ. पुष्पा सहगल, जिला भीबीडी पदाधिकारी
समापन पर किया गया जागरूकता का आह्वान
सदर अस्पताल में प्रभात फेरी के समापन के बाद, भीबीडी विभाग के अधिकारियों ने लोगों से अपील की कि वे नियमित रूप से जल जमाव की सफाई करें, बुखार या दर्द होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, और डेंगू से बचने के लिए मच्छरदानी और फुल कपड़े पहनने की आदत डालें।
न्यूज़ देखो: जन स्वास्थ्य के लिए जनजागरूकता जरूरी
न्यूज़ देखो मानता है कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान केवल सरकारी प्रयासों से नहीं, बल्कि जनभागीदारी से ही संभव है। गढ़वा में निकाली गई यह प्रभात फेरी इस बात का उदाहरण है कि एकजुट होकर ही हम डेंगू जैसी बीमारियों को जड़ से समाप्त कर सकते हैं।