
#गिरिडीह #शिक्षा_समारोह : स्थापना दिवस पर पूर्व मंत्री बेबी देवी ने विद्यार्थियों को शिक्षा के महत्व का संदेश दिया।
डुमरी प्रखंड स्थित देवी महतो स्मारक इंटर महाविद्यालय नावाडीह के स्थापना दिवस के अवसर पर एक प्रेरणादायी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में माननीय पूर्व विधायक सह पूर्व मंत्री बेबी देवी ने शिक्षकों और विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए शिक्षा को उज्ज्वल भविष्य की कुंजी बताया। उन्होंने संघर्ष के बीच शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की सराहना की। इस अवसर पर डुमरी विधायक जयराम कुमार महतो सहित कॉलेज प्रबंधन के सदस्य उपस्थित रहे।
- देवी महतो स्मारक इंटर महाविद्यालय नावाडीह का स्थापना दिवस मनाया गया।
- पूर्व विधायक सह पूर्व मंत्री बेबी देवी ने शिक्षकों व छात्रों को दी शुभकामनाएं।
- डुमरी विधायक जयराम कुमार महतो कार्यक्रम में रहे मौजूद।
- शिक्षा और संघर्ष को बताया उज्ज्वल भविष्य का आधार।
- कठिन परिस्थितियों में पढ़ाई पूरी करने वाले हजारों विद्यार्थियों की सराहना।
- अभिभावक के रूप में बच्चों से शिक्षा पूर्ण करने की अपील।
डुमरी प्रखंड अंतर्गत नावाडीह स्थित देवी महतो स्मारक इंटर महाविद्यालय के स्थापना दिवस पर शिक्षकों, विद्यार्थियों और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में एक गरिमामय आयोजन किया गया। इस अवसर पर शिक्षा के महत्व, संघर्ष और भविष्य निर्माण को लेकर प्रेरणादायी विचार साझा किए गए। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को शिक्षा के प्रति और अधिक जागरूक एवं प्रेरित करना रहा।
स्थापना दिवस के अवसर पर माननीय पूर्व विधायक सह पूर्व मंत्री बेबी देवी ने महाविद्यालय से जुड़े सभी शिक्षकों, कर्मचारियों और अध्ययनरत विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही वह माध्यम है, जो कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी व्यक्ति को आगे बढ़ने का मार्ग दिखाती है।
शिक्षा और संघर्ष का गहरा संबंध
अपने संदेश में बेबी देवी ने कहा कि,
बेबी देवी ने कहा: “संघर्ष अगर शिक्षा ग्रहण करने के लिए हो, तो भविष्य अवश्य उज्ज्वल होगा।”
उन्होंने इस कथन को उदाहरणों के माध्यम से स्पष्ट करते हुए कहा कि हजारों ऐसे बच्चे हैं, जिन्होंने सीमित संसाधनों और विपरीत परिस्थितियों के बावजूद अपनी पढ़ाई पूरी की और आज समाज में एक बेहतर स्थान पर हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि शिक्षा के लिए किया गया संघर्ष कभी व्यर्थ नहीं जाता।
विद्यार्थियों को अभिभावकीय संदेश
पूर्व मंत्री बेबी देवी ने स्वयं को एक अभिभावक के रूप में प्रस्तुत करते हुए सभी विद्यार्थियों से अपील की कि वे किसी भी परिस्थिति में अपनी पढ़ाई अधूरी न छोड़ें। उन्होंने कहा कि शिक्षा न केवल रोजगार का साधन है, बल्कि यह व्यक्ति को सोचने, समझने और सही निर्णय लेने में सक्षम बनाती है।
उन्होंने विद्यार्थियों को आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने, अनुशासन का पालन करने और शिक्षकों के मार्गदर्शन को गंभीरता से अपनाने की सलाह दी।
जनप्रतिनिधियों और प्रबंधन की उपस्थिति
कार्यक्रम में डुमरी विधायक जयराम कुमार महतो की गरिमामयी उपस्थिति रही। उन्होंने भी महाविद्यालय के स्थापना दिवस पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह के शिक्षण संस्थान समाज के लिए वरदान हैं। ऐसे संस्थान न केवल शिक्षा प्रदान करते हैं, बल्कि सामाजिक जागरूकता और नेतृत्व क्षमता भी विकसित करते हैं।
महाविद्यालय प्रबंधन की ओर से आगंतुक अतिथियों का स्वागत किया गया और संस्था की शैक्षणिक उपलब्धियों तथा भविष्य की योजनाओं की जानकारी साझा की गई।
हजारों विद्यार्थियों का बना भविष्य
देवी महतो स्मारक इंटर महाविद्यालय ने स्थापना के बाद से अब तक हजारों विद्यार्थियों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य किया है। खासकर ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए यह संस्थान एक मजबूत आधार बनकर उभरा है।
शिक्षकों के समर्पण और प्रबंधन की प्रतिबद्धता के कारण महाविद्यालय ने क्षेत्र में एक अलग पहचान बनाई है। स्थापना दिवस के अवसर पर पूर्व छात्रों की सफलता को भी याद किया गया, जो आज विभिन्न क्षेत्रों में योगदान दे रहे हैं।
शिक्षा से समाज का निर्माण
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा केवल व्यक्तिगत विकास तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे समाज और राष्ट्र का भी निर्माण होता है। शिक्षित युवा ही सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाते हैं और सकारात्मक बदलाव लाते हैं।
इस मौके पर उपस्थित शिक्षकों ने भी विद्यार्थियों को निरंतर मेहनत करने और अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहने का संदेश दिया।



न्यूज़ देखो: शिक्षा ही सामाजिक परिवर्तन की कुंजी
देवी महतो स्मारक इंटर महाविद्यालय का स्थापना दिवस यह दर्शाता है कि शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर प्रयास समाज को दिशा देते हैं। पूर्व मंत्री बेबी देवी का संदेश विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। जनप्रतिनिधियों और शिक्षण संस्थानों की साझेदारी से ही मजबूत शैक्षिक वातावरण बन सकता है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
शिक्षा के संघर्ष से बनेगा उज्ज्वल कल
अगर संघर्ष का रास्ता शिक्षा की ओर जाता है, तो उसका परिणाम हमेशा सकारात्मक होता है। बच्चों को चाहिए कि वे हर परिस्थिति में अपनी पढ़ाई को प्राथमिकता दें। इस प्रेरक खबर को साझा करें, अपनी राय कमेंट में रखें और शिक्षा के महत्व का संदेश दूसरों तक पहुंचाएं।





