#गुमला #पोषण_संवाद : नवाडीह पंचायत भवन में पोषण माह 2025 के अवसर पर ग्रामीण महिलाओं और युवाओं को संतुलित आहार व स्वास्थ्य के महत्व पर जागरूक किया गया
- नवाडीह पंचायत भवन में पोषण माह 2025 के तहत द हंस फाउंडेशन ने कार्यक्रम आयोजित किया।
- कार्यक्रम में सीडीएस डुमरी कृष्ण मोहन मिश्रा, काजल कुमारी, निर्मला, नूतन, संगीता और विवेकानंद शामिल।
- ग्रामीण महिलाओं ने पोषणयुक्त आहार अपनाने के अनुभव साझा किए।
- पोषण प्रदर्शनी में संतुलित आहार और सुपोषित भोजन प्रदर्शित किया गया।
- ‘एकजुट’ संस्था ने स्वास्थ्य और पोषण पर सुझाव दिए।
- पंचायत मुखिया चेतन लाल मिंज ने कार्यक्रम की सराहना की।
डुमरी प्रखंड के नवाडीह पंचायत भवन में बुधवार को द हंस फाउंडेशन द्वारा पोषण माह 2025 के तहत पोषण संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में ग्रामीण महिलाएं, पंचायत प्रतिनिधि और युवा सक्रिय रूप से शामिल हुए। कार्यक्रम का उद्देश्य संतुलित आहार, कुपोषण से बचाव और स्थानीय खाद्य संसाधनों के महत्व के प्रति ग्रामीणों को जागरूक करना था।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने दिए स्वास्थ्य और पोषण संबंधी महत्वपूर्ण संदेश
सीडीएस डुमरी कृष्ण मोहन मिश्रा और हेल्थ एंड न्यूट्रिशन विशेषज्ञ काजल कुमारी ने पोषण और स्वास्थ्य पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पोषण सिर्फ बच्चों के लिए नहीं, बल्कि पूरे परिवार के स्वस्थ जीवन के लिए आवश्यक है। एएनएम निर्मला, नूतन और संगीता ने ग्रामीण माताओं को पोषण और स्वास्थ्य के व्यावहारिक उपाय समझाए।
काजल कुमारी ने कहा: “स्थानीय खाद्य संसाधनों का सही उपयोग परिवार के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का सबसे प्रभावी तरीका है।”
राज्य स्तरीय प्रोजेक्ट मैनेजर विवेकानंद ने कुपोषण, मोटापा कम करने और संतुलित आहार अपनाने के तरीकों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि घर-आंगन में उपलब्ध दाल, सब्जी, हरी पत्तेदार साग-सब्जियां, दही और अनाज भी बच्चों और परिवार के लिए संतुलित आहार बन सकते हैं।
ग्रामीण महिलाओं की सक्रिय भागीदारी और अनुभव
कार्यक्रम की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता रही कि ग्रामीण महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि पोषणयुक्त आहार अपनाने से बच्चों की सेहत में सुधार हुआ और परिवार के अन्य सदस्यों के स्वास्थ्य में भी सकारात्मक बदलाव आया। महिलाओं की सक्रिय भागीदारी ने कार्यक्रम की प्रभावशीलता बढ़ाई।
पोषण प्रदर्शनी और संवाद सत्र
कार्यक्रम में आयोजित पोषण प्रदर्शनी में विभिन्न खाद्य समूह, संतुलित आहार की थाली और सुपोषित भोजन के मॉडल प्रदर्शित किए गए। ग्रामीणों ने प्रदर्शनी में गहरी रुचि दिखाई और पोषण से संबंधित सवाल पूछे। कुपोषण प्रबंधन और स्थानीय संसाधनों के उपयोग पर खुली चर्चा हुई। ‘एकजुट’ संस्था ने स्वास्थ्य और पोषण के महत्व पर सुझाव साझा किए।
पंचायत मुखिया चेतन लाल मिंज ने कहा: “इस प्रकार के कार्यक्रम ग्रामीण समाज में पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं। पंचायत स्तर पर हर संभव सहयोग सुनिश्चित किया जाएगा।”

न्यूज़ देखो: ग्रामीण स्तर पर पोषण और स्वास्थ्य जागरूकता की सफलता
नवाडीह पंचायत में यह पोषण संवाद कार्यक्रम दर्शाता है कि जागरूकता और शिक्षा के माध्यम से ग्रामीण स्तर पर बच्चों और परिवार के पोषण में सुधार संभव है। महिलाओं और युवाओं की भागीदारी ने संदेश को समुदाय तक प्रभावी रूप से पहुँचाया।
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स्वस्थ जीवन के लिए पोषण को अपनाएं और समाज को जागरूक करें
स्थानीय समुदाय, पंचायत और संस्थाएं मिलकर पोषण और स्वास्थ्य पर असरदार कार्यक्रम आयोजित कर सकती हैं। बच्चों और परिवार की सेहत सुधारने के लिए इस प्रकार के कार्यक्रमों में भाग लें। अपने अनुभव साझा करें, इस खबर को दोस्तों और परिवार के साथ साझा करें और पोषण जागरूकता फैलाने में योगदान दें।