#महुआडांड़ #सामाजिकसमस्या | बाजार और बस स्टैंड पर खुले घूम रहे पशु बन रहे हैं जनजीवन के लिए खतरा
- आवारा पशुओं की वजह से दुकानदारों को हो रहा है आर्थिक नुकसान
- बस स्टैंड और मुख्य बाजार क्षेत्र में सबसे अधिक समस्या
- बीते महीनों में पशुओं की वजह से हो चुकी हैं दुर्घटनाएं
- स्थानीय लोगों ने प्रशासन से की व्यवस्था सुधारने की मांग
- खुले छोड़ने वाले पशु मालिकों पर कार्रवाई की मांग तेज
बाजार में फैला अव्यवस्था का आलम, खुले पशु बने मुसीबत
महुआडांड़ बाजार और बस स्टैंड इन दिनों आवारा पशुओं के आतंक से जूझ रहा है। सड़क किनारे खड़े दुकानदार, राहगीर और ग्राहक दिनभर जानवरों के डर में जीने को मजबूर हैं। दुकानदारों का कहना है कि पशु न सिर्फ सामान खा जाते हैं बल्कि उसे बर्बाद भी कर देते हैं, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
दुर्घटनाओं का खतरा लगातार बना हुआ
स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार ये जानवर अचानक दौड़ पड़ते हैं, जिससे सड़क हादसे का खतरा हमेशा बना रहता है। पूर्व में ऐसी दुर्घटनाएं भी घट चुकी हैं, जिसमें पैदल चल रहे लोग घायल हो चुके हैं। फिर भी आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
“हर दिन दुकान के सामने गाय या बैल आ जाते हैं। कई बार तो सामान गिरा कर चले जाते हैं। हमने कई बार प्रशासन से कहा, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।”
— एक स्थानीय दुकानदार
खुले छोड़ने वालों पर नहीं होती कार्रवाई
स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि कई लोग जानबूझकर अपने पशुओं को खुले में छोड़ देते हैं, जिससे पूरा बाजार क्षेत्र प्रभावित हो रहा है। ऐसे लोगों पर प्रशासन की कोई सख्ती नहीं दिख रही है, जिससे लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है।
प्रशासन से की गई हस्तक्षेप की मांग
लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि पशु मालिकों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाए और बाजार क्षेत्र में पशु पकड़ने की व्यवस्था बनाई जाए, ताकि आमजन की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
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