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महुआडांड़ में पारंपरिक श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया ईस्टर पर्व

#महुआडांड़ #ईस्टर2025 | प्रभु यीशु के पुनरुत्थान की स्मृति में मसीह समाज ने की विशेष मिस्सा पूजा और समाज सेवा का संकल्प

  • संत जोसेफ बड़े गिरजाघर सहित पूरे महुआडांड़ में मसीह समुदाय ने ईस्टर पर्व मनाया
  • फादर पतरस तिर्की लकड़ा, फा. सुरेश और फा. बार्थो ने दिया श्रद्धा और सेवा का संदेश
  • रातभर चला जागरण, मोमबत्तियां जलाकर की गई ज्योति की आराधना
  • कोयल दल का संचालन होली क्रॉस सिस्टरगणों ने किया, सैकड़ों विश्वासी हुए शामिल
  • मसीह समाज ने समाजसेवा का लिया संकल्प, युवाओं की भागीदारी रही सराहनीय

महुआडांड़ में गूंजा प्रभु यीशु का नाम, मसीह समाज ने मनाया आस्था और पुनरुत्थान का पर्व

महुआडांड़ में रविवार को ईस्टर (पास्का) का पर्व पूरे श्रद्धा, उल्लास और परंपरागत तरीके से मनाया गया।
संत जोसेफ बड़े गिरजाघर समेत अन्य पल्लियों में विशेष मिस्सा पूजा, बाइबल पाठ और अनुष्ठान का आयोजन किया गया।
इस पावन अवसर पर मुख्य अनुष्ठानकर्ता फादर पतरस तिर्की लकड़ा रहे, जिनके नेतृत्व में पूरी रात श्रद्धालु प्रभु यीशु के पुनरुत्थान की आराधना में लीन रहे।

फादर पतरस ने कहा

“ईस्टर हमारे लिए आस्था और विश्वास का पर्व है। प्रभु यीशु ने पाप, दुख और तकलीफ को पार कर अपने जीवन को मानवता की भलाई के लिए कुर्बान कर दिया। तीसरे दिन उनका पुनरुत्थान हुआ, जो हमें आशा और ज्योति का संदेश देता है।”
फा. पतरस तिर्की लकड़ा

अंधकार से प्रकाश की ओर — फा. सुरेश का संदेश

ईस्टर रविवार के मिस्सा में फा. सुरेश ने अपने संदेश में कहा कि
प्रभु यीशु ने पुण्य शुक्रवार को क्रूस पर बलिदान देकर समस्त मानव जाति को पापों से मुक्त किया
रविवार की रात उनका पुनरुत्थान हुआ, और इस प्रकाशमयी घटना की स्मृति में ही ईस्टर पर्व मनाया जाता है।

“ईस्टर केवल एक पर्व नहीं, बल्कि अंधकार से प्रकाश की ओर, मृत्यु से जीवन की ओर एक यात्रा है। हम मोमबत्तियां जलाकर प्रभु की ज्योति को अपनाते हैं।”
फा. सुरेश

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समाज सेवा की प्रेरणा — फा. बार्थो का आह्वान

फा. बार्थो ने ईस्टर के अवसर पर विश्वासियों से समाजसेवा के लिए आगे आने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि
जैसे प्रभु यीशु ने क्रूस पर बलिदान देकर मानवता से जुड़ने का कार्य किया, उसी प्रकार हमें भी अपने बीच की कुरीतियों, ईर्ष्या और द्वेष को त्यागकर समाज के लिए कार्य करना चाहिए।

“प्रभु ने बलिदान देकर हमें प्रेम और सेवा का मार्ग दिखाया है। अब हमारी बारी है कि हम समाज में एकता और सेवा का संकल्प लें।”
फा. बार्थो

कोयल दल और युवा सहभागिता ने बढ़ाया कार्यक्रम का गौरव

होली क्रॉस की सिस्टरगणों द्वारा कोयल दल का संचालन, तथा युवा, युवतियों और महिलाओं की सक्रिय सहभागिता ने कार्यक्रम को एक आध्यात्मिक उत्सव में बदल दिया।
हेड प्रचारक आनंद और सिस्टर स्वाति ने मिस्सा आयोजन में विशेष योगदान दिया।

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ईस्टर का संदेश — प्रेम, बलिदान और पुनरुत्थान से नई शुरुआत करें

ईस्टर हमें सिखाता है कि अंधकार चाहे जितना भी गहरा हो, प्रभु की ज्योति हमेशा मार्गदर्शक बनती है।
इस पावन अवसर पर हम सभी को प्रेम, बलिदान और सेवा के मार्ग पर चलने की प्रेरणा लेनी चाहिए।
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