महुआडांड़: मोचीटोला में गहराया जलसंकट: जलमीनारें बंद, ग्रामीणों को कुएं और नदी का सहारा

#महुआडांड़ #जलसंकट : दौना गांव की महिलाएं पानी के लिए 1.5 किलोमीटर चलने को मजबूर

बंद जलमीनारों से शुरू हुई परेशानी, हालात हो रहे बद से बदतर

महुआडांड़ प्रखंड के दुरूप पंचायत स्थित दौना गांव के मोचीटोला में भीषण जलसंकट उत्पन्न हो गया है। गांव में पहले दो जलमीनारें थीं जो कभी नियमित जलापूर्ति करती थीं, लेकिन अब वे पूरी तरह से खराब हो चुकी हैं। ग्रामीणों को अब पीने तक के पानी के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है।

“जलमीनारों के खराब होने से स्थिति बदतर हो गई है। चापाकल भी जलमीनार से जोड़ने में खराब हो गया, अब हमें नदी और कुएं से पानी लाना पड़ रहा है।”
– एक स्थानीय ग्रामीण महिला

नदी और कुएं का सहारा, लेकिन जोखिम भी बढ़ा

अब गांववालों के पास पानी के लिए नदी और कुएं ही एकमात्र विकल्प बचे हैं। महिलाएं और बच्चे प्रतिदिन 1 से 1.5 किलोमीटर दूर जाकर पानी लाते हैं। गर्मी में यह कार्य शारीरिक रूप से थका देने वाला और स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो रहा है।

“पानी के बिना जीना मुश्किल है। कई बार पंचायत को कहा, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।”
– दौना गांव के एक बुजुर्ग निवासी

पंचायत और प्रशासन पर उठे सवाल, अब तक कोई हल नहीं

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि वे कई बार पंचायत और उच्च अधिकारियों को सूचना दे चुके हैं, लेकिन अब तक न तो कोई मरम्मत हुई है, न ही कोई वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। इससे ग्रामीणों में गंभीर असंतोष व्याप्त है।

ग्रामीणों की मांग : तत्काल हो मरम्मत और वैकल्पिक व्यवस्था

गांव के लोगों ने जलमीनारों की मरम्मत, नए चापाकल की स्थापना और जल टैंकर की सुविधा जैसी मांगें प्रशासन से की हैं। वे चाहते हैं कि भीषण गर्मी से पहले ही स्थायी समाधान उपलब्ध कराया जाए।

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