
#ठेठईटांगर #ElephantAttack : हाथियों के आतंक से ग्रामीणों में दहशत—विधायक ने कहा विभाग की लापरवाही से गई निर्दोष की जान
- घुटबहार पंचायत में देर रात जंगली हाथी के हमले में नमन जोजो की दर्दनाक मौत
- सुबह कोलेबिरा विधायक विक्सल कोंनगाड़ी सदर अस्पताल पहुंचकर परिजनों से मिले
- पीड़ित परिवार को 10 हजार रुपये नगद और विधायक की ओर से कॉफिन बॉक्स उपलब्ध कराया गया
- विभागीय प्रक्रिया पूरी होने पर 3,90,000 रुपये मुआवजा देने का निर्देश
- विधायक ने वन विभाग को फटकार लगाई और प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण व ट्रेनिंग कराने को कहा
- मृतक के अंतिम संस्कार में कांग्रेस पदाधिकारी और ग्रामीणों की बड़ी उपस्थिति
घटना और तत्काल राहत
ठेठईटांगर प्रखंड अंतर्गत घुटबहार पंचायत में सोमवार देर रात जंगली हाथी ने हमला कर अधेड़ नमन जोजो की जान ले ली। घटना की सूचना मिलते ही इलाके में मातम छा गया। मंगलवार की सुबह विधायक विक्सल कोंनगाड़ी सदर अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने शोकाकुल परिवार से मुलाकात की। पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाते हुए उन्होंने तत्काल राहत स्वरूप 10 हजार रुपये नगद दिलवाया और अपने स्तर से कॉफिन बॉक्स उपलब्ध कराया। साथ ही, वन विभाग को निर्देशित किया कि निर्धारित मुआवजा 3,90,000 रुपये शीघ्र उपलब्ध कराया जाए।
विधायक की नाराजगी और विभाग पर सवाल
अस्पताल परिसर में विधायक ने वन विभाग की कार्यशैली पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने साफ कहा कि महीनों से ठेठईटांगर, बांसजोर, बोलबा समेत कई क्षेत्रों में हाथियों का आतंक जारी है, लेकिन विभाग की लापरवाही से ग्रामीण लगातार संकट झेल रहे हैं।
विधायक विक्सल कोंनगाड़ी ने कहा: “ग्रामीणों को हाथी भगाने के लिए आवश्यक संसाधन तक उपलब्ध नहीं कराए गए। अधिकारियों का यह उदासीन रवैया ही निर्दोष मौत की वजह बना है।”
उन्होंने चेतावनी दी कि आगे यदि ऐसी लापरवाही हुई तो संबंधित पदाधिकारियों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
परिजनों और ग्रामीणों का आक्रोश
मृतक के दामाद शीतल ने अस्पताल में ही विभाग की नाकामी पर गुस्सा जाहिर किया। उनका कहना था कि यदि वन विभाग समय पर सतर्कता बरतता और हाथी भगाने की व्यवस्था करता, तो यह हादसा नहीं होता। ग्रामीणों ने भी मौके पर एकजुट होकर कहा कि विभाग केवल कागजों में सक्रिय है, जमीनी स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता।
ट्रेनिंग और संसाधन का आश्वासन
विधायक ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रभावित गांवों का तत्काल दौरा कर स्थिति का आकलन करें। ग्रामीणों को हाथी से निपटने की ट्रेनिंग दी जाए और उन्हें जुट बोरा, मोबिल, तेल जैसे साधन उपलब्ध कराए जाएं ताकि वे किसी भी खतरे का सामना कर सकें।
अंतिम संस्कार और राजनीतिक उपस्थिति
विधायक के निर्देश पर मृतक का अंतिम संस्कार कांग्रेस पदाधिकारियों और स्थानीय ग्रामीणों की उपस्थिति में संपन्न हुआ। कांग्रेस नेताओं ने शोकाकुल परिवार से मुलाकात कर सांत्वना दी और आश्वासन दिया कि वे हर संभव सहयोग करेंगे। इस मौके पर रावेल लकड़ा, जॉनसन डांग, जमीर खान, सुनील जोजो, जमीर हसन, अब्दुल वाहिद, सुकवन जोजो, सीपीरयन कंडुलना, बीरबल बड़ाइक, मो शाहिद, रॉयन बागे, एडवर्ड लुगुन समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
न्यूज़ देखो: प्रशासन की लापरवाही पर जनता का आक्रोश
यह घटना साफ तौर पर बताती है कि वन विभाग की लापरवाही ने ग्रामीणों को असुरक्षित छोड़ दिया है। हर साल हाथियों के हमले में दर्जनों परिवार प्रभावित होते हैं, लेकिन विभाग का रवैया केवल औपचारिक कार्यवाही तक सीमित है। न्यूज़ देखो मानता है कि अब समय है जब जिम्मेदार अधिकारी जमीनी स्तर पर सक्रिय हों और प्रभावित परिवारों को सुरक्षा व सहायता प्रदान करें। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सजग नागरिकता से ही होगा बदलाव
यह हादसा केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए चेतावनी है। हमें मिलकर जागरूकता फैलानी होगी और प्रशासन से जवाबदेही की मांग करनी होगी। आप अपनी राय नीचे कमेंट में साझा करें, खबर को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँचाएँ और अपने दोस्तों-परिवार को भी यह जानकारी दें ताकि वे भी सचेत रह सकें।