
#चतरा #अवैध_खनन : खनन विभाग की अहले सुबह छापामारी में पांच हाइवा पकड़े गए जिनमें किसी भी वाहन में चालान नहीं मिला
- वशिष्ठ नगर और हंटरगंज थाना क्षेत्र में विशेष छापामारी अभियान।
- अवैध पत्थर बोल्डर लदे पांच हाइवा जब्त किए गए।
- जब्त वाहनों में JH 02 AZ 4711, JH 03 U 1664, JH 02 BP 0250, BR 26 GC 1725, BR 02 GB 6201 शामिल।
- कार्रवाई का नेतृत्व खनन निरीक्षक राजेश हांसदा ने किया।
- किसी वाहन के पास खनिज परिवहन चालान नहीं पाया गया।
- मालिक और चालकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज, अभियान आगे भी जारी रहेगा।
चतरा जिले में बुधवार की अहले सुबह खनन विभाग ने अवैध खनन और परिवहन पर बड़ी कार्रवाई करते हुए वशिष्ठ नगर और हंटरगंज थाना क्षेत्रों में छापामारी अभियान चलाया। इस दौरान अवैध पत्थर बोल्डर से भरे पांच हाइवा पकड़े गए। सभी वाहनों में चालान नहीं मिला, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि मिनरल परिवहन पूरी तरह अवैध था। खनन निरीक्षक राजेश हांसदा के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई ने स्थानीय पत्थर माफियाओं में हड़कंप मचा दिया है। जब्त वाहनों को संबंधित थाना के सुपुर्द कर दिया गया है और मालिकों व चालकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
छापामारी अभियान की विस्तृत जानकारी
खनन विभाग की टीम बुधवार तड़के विभिन्न इलाकों में एक साथ सक्रिय हुई। वशिष्ठ नगर थाना क्षेत्र के जोरी पाखा नाला पुल के पास से पहली हाइवा पकड़ी गई जिसका नंबर JH 02 AZ 4711 है। इसके बाद हंटरगंज थाना गेट के पास से दो और वाहन पकड़े गए—JH 03 U 1664 और JH 02 BP 0250—दोनों पर भारी मात्रा में पत्थर बोल्डर लदा हुआ था।
प्रतापपुर मोड़ और डुमरीकला में भी कसा शिकंजा
प्रतापपुर मोड़ के पास टीम ने एक और हाइवा BR 26 GC 1725 को रोका, जबकि डुमरीकला के पास से BR 02 GB 6201 को जब्त किया गया। इन सभी वाहनों में किसी प्रकार का वैध खनिज चालान या दस्तावेज उपलब्ध नहीं था। यह स्पष्ट संकेत है कि बड़े पैमाने पर अवैध खनन और परिवहन का नेटवर्क बिना किसी दस्तावेज के संचालित हो रहा था।
खनन विभाग का रुख सख्त
छापामारी का नेतृत्व कर रहे खनन निरीक्षक राजेश हांसदा ने बताया कि लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि वशिष्ठ नगर और हंटरगंज क्षेत्र से बड़े पैमाने पर अवैध रूप से पत्थर की ढुलाई हो रही है। उन्होंने कहा कि विभाग इस पर शून्य-सहनशीलता नीति पर काम कर रहा है।
राजेश हांसदा ने कहा: “अवैध खनिज खनन और परिवहन पर रोक लगाने के लिए छापामारी अभियान चलाया गया। पकड़े गए वाहनों में किसी प्रकार का चालान नहीं मिला, इसलिए इन्हें जब्त कर थाना को सौंपा गया है।”
अवैध पत्थर कारोबार से बढ़ रहा राजस्व नुकसान
अवैध खनन न सिर्फ सरकारी राजस्व को भारी नुकसान पहुंचाता है, बल्कि पर्यावरण पर भी गंभीर असर डालता है। भूक्षरण, जंगलों का विनाश और जलस्तर में गिरावट इसका सीधा परिणाम है। चतरा में पत्थर की अवैध ढुलाई लंबे समय से समस्या बनी हुई है। वाहनों को आसपास के क्रशरों में पहुंचाया जाता है, जहां इन अवैध बोल्डरों को प्रोसेस कर बाजार में भेज दिया जाता है।
कार्रवाई से माफिया जगत में हड़कंप
इस संयुक्त कार्रवाई के बाद पत्थर माफियाओं में खासा तनाव देखा जा रहा है। कई जिलों में जुड़े नेटवर्क से जुड़े लोग इस अभियान के बाद अलर्ट हो गए हैं। जिला बल के जवान इस कार्रवाई में शामिल रहे, जिससे यह साफ दिखता है कि विभाग ने इस बार बड़े पैमाने पर कार्रवाई करने का फैसला लिया है। अधिकारियों का कहना है कि यह केवल शुरुआत है और आने वाले दिनों में ऐसे कई अभियान और चलाए जाएंगे।

न्यूज़ देखो: अवैध खनन पर चतरा प्रशासन की सख्त कार्रवाई महत्वपूर्ण कदम
यह अभियान बताता है कि चतरा में वर्षों से जारी अवैध खनन अब प्रशासन के रडार पर है। खनन विभाग को चाहिए कि जब्त वाहनों और माफिया नेटवर्क पर गहराई से जांच कर बड़े स्तर पर कार्रवाई सुनिश्चित करे। इससे न केवल राजस्व की सुरक्षा होगी बल्कि पर्यावरण को भी होने वाले नुकसान में कमी आएगी। ऐसी कार्रवाइयों की निरंतरता ही अवैध खनन के संगठित नेटवर्क को कमजोर कर सकती है।
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जिम्मेदारी और सतर्कता से ही रुकेगा अवैध खनन
चतरा की यह कार्रवाई हमें याद दिलाती है कि अवैध खनन केवल एक अपराध नहीं बल्कि समाज, पर्यावरण और सरकारी राजस्व पर सीधा हमला है। जब नागरिक सजग रहते हैं और प्रशासन सख्त होकर काम करता है, तभी ऐसे नेटवर्क कमजोर पड़ते हैं। अब समय है कि स्थानीय लोग भी संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी देकर अपनी भूमिका निभाएं और प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा में योगदान दें।
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