#गारु #मनरेगा_घोटाला
रामसेली गांव में 12 वर्षीय बच्ची से कराया जा रहा था श्रम, ग्रामीणों ने की उच्चस्तरीय जांच की मांग
- मायापुर पंचायत के रामसेली गांव में नाबालिग से कराया जा रहा था मेढ़बंदी का काम
- मनरेगा में 18 साल से कम उम्र वालों से कार्य कराना कानूनन अपराध
- 12 वर्षीय सुषमा कुमारी की पहचान दस्तावेजों के आधार पर हुई
- बिचौलियों की संलिप्तता उजागर, निगरानी तंत्र की विफलता आई सामने
- ग्रामीणों ने उच्चस्तरीय जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की
- मानवाधिकार हनन का मामला, बच्चों के भविष्य पर मंडरा रहा खतरा
रामसेली में मनरेगा के श्रम कार्यों में नाबालिग बच्चियां शामिल
गारु प्रखंड अंतर्गत मायापुर पंचायत के रामसेली गांव में मनरेगा योजना का गंभीर दुरुपयोग सामने आया है। ग्राम की रहने वाली सुषमा कुमारी, जिसकी जन्मतिथि 28 सितंबर 2012 है, से मेढ़बंदी जैसे शारीरिक श्रम कराए जा रहे हैं। यह कार्य मनरेगा की गाइडलाइन के सीधे उल्लंघन की श्रेणी में आता है, क्योंकि 18 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति से किसी भी प्रकार का श्रम लेना कानूनन अपराध है।
बिचौलियों की मिलीभगत और प्रशासनिक लापरवाही
स्थानीय ग्रामीणों और सूत्रों के अनुसार, काम कराने में बिचौलियों की सक्रिय भूमिका रही है, जबकि मनरेगा में बिचौलियों की कोई वैधानिक भूमिका नहीं होती। यह दर्शाता है कि स्थानीय प्रशासन और निगरानी एजेंसियों की ओर से गम्भीर लापरवाही हुई है।
मनरेगा जैसी श्रम और रोजगार आधारित योजना, जो गरीबों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से बनी है, उसमें नाबालिगों का उपयोग मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन है। इससे स्पष्ट होता है कि स्थानीय स्तर पर निगरानी व्यवस्था नाकाम साबित हो रही है।
ग्रामीणों की मांग : त्वरित कार्रवाई और दोषियों की गिरफ्तारी
ग्रामीणों ने इस गंभीर अनियमितता पर आक्रोश व्यक्त करते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। लोगों का कहना है कि यदि इस मामले में त्वरित और सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो यह बच्चों के भविष्य के साथ एक गंभीर खिलवाड़ होगा और ऐसे मामलों को बढ़ावा मिलेगा।
“नाबालिगों से जबरन श्रम करवाना न केवल गलत है बल्कि यह उनकी शिक्षा और जीवन दोनों के साथ अन्याय है”
न्यूज़ देखो : बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता
‘न्यूज़ देखो’ हर उस आवाज़ को सामने लाता है, जो समाज के कमजोर वर्गों के अधिकारों की रक्षा के लिए उठती है।
गारु में नाबालिग बच्चियों से जबरन कराए जा रहे मनरेगा कार्य की यह रिपोर्ट प्रशासन की नींद तोड़ने वाली है।
हम ऐसे मामलों की सच्चाई उजागर करते रहेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि हर बच्चा सुरक्षित और शिक्षा से जुड़ा रहे। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
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