मिशन समृद्धि की पाठशाला: शिक्षा, नैतिकता और संस्कृति से रोशन हो रहा बच्चों का भविष्य

#Mission_Samriddhi #समृद्धिकीपाठशाला – बच्चों को शिक्षा के साथ नैतिक मूल्यों और सांस्कृतिक विकास की भी मिल रही मजबूत नींव

कचरवा जैसे क्षेत्र में जलाई शिक्षा की मशाल

पलामू जिला मुख्यालय मेदिनीनगर में सक्रिय मिशन समृद्धि संस्था के तहत चल रही समृद्धि की पाठशाला में बच्चों को सिर्फ किताबी ज्ञान ही नहीं, बल्कि नैतिकता, अनुशासन और सांस्कृतिक मूल्यों के साथ समग्र विकास की दिशा में तैयार किया जा रहा है। विशेष रूप से पांकी रोड जनकपुरी और कचरवा जैसे क्षेत्रों में जहां शिक्षा की लौ जलाना एक बड़ी चुनौती रही है, वहां यह संस्था आशा की किरण बनकर उभरी है।

“कचरवा जाकर पाठशाला चलाना आसान काम नहीं है, पर मिशन समृद्धि संस्था ने तमाम कठिनाइयों के बावजूद यह कार्य जारी रखा है।”
– शीला श्रीवास्तव, अध्यक्ष

पढ़ाई से दूर बच्चों में आया बदलाव

संस्था की पहल से ऐसे बच्चे, जिन्हें पहले पढ़ाई से कोई लगाव नहीं था, अब शिक्षा को पसंद करने लगे हैं। संस्था द्वारा खेलकूद, चित्रकला और सांस्कृतिक गतिविधियों में बच्चों की सहभागिता सुनिश्चित की जा रही है जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो सके।

शिक्षा से सामाजिक बदलाव की दिशा में मिशन

संस्था की अध्यक्ष शीला श्रीवास्तव ने बताया कि “समाज और राष्ट्र के विकास के लिए हर वर्ग को शिक्षित करना आवश्यक है। आज के बच्चों में शिक्षा का बीज बोना अनिवार्य है, जो आगे चलकर समाज को नई दिशा देगा।” उन्होंने कहा कि शहर के एक मसीहा के निश्छल सहयोग से यह कार्य नियमित रूप से संचालित हो पा रहा है।

“संस्था ने आठ वर्षों तक संसाधनों की कमी के बावजूद शिक्षा को सर्वोपरि रखा, तभी आज यह कार्य अपने उद्देश्य की ओर बढ़ सका है।”
– शीला श्रीवास्तव

समर्पित टीम का सराहनीय योगदान

अहिल्या गिरी, बैजन्ती गुप्ता, रंजीता, वीणा राज, शालिनी श्रीवास्तव, संध्या शेखर, ऋषि, नैसी गुप्ता और ममता जैसी कर्मठ टीम के सहयोग से यह प्रयास लगातार फलदायी होता जा रहा है। इन सभी के संवेदनशील और समर्पित योगदान के बिना यह परिवर्तन संभव नहीं था।

‘न्यूज़ देखो’ – शिक्षा के परिवर्तन की हर पहल का भागीदार

‘न्यूज़ देखो’ मानता है कि जब शिक्षा जमीन से जुड़कर समाज तक पहुंचे, तभी उसका प्रभाव स्थायी होता है। मिशन समृद्धि जैसे प्रयास न सिर्फ बच्चों का भविष्य संवारते हैं, बल्कि समाज को जागरूक भी बनाते हैं।

‘न्यूज़ देखो’ से जुड़े रहिए – जहाँ हर शिक्षा अभियान की कहानी पाती है देशभर की पहचान।

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