
#गढ़वा #मानवीय_सहयोग : बेलवाटिकर गांव में युवक की असामयिक मृत्यु के बाद विधायक और झामुमो नेताओं ने आगे बढ़ाया मदद का हाथ
- बेलवाटिकर गांव में राम अवध गोंड़ की असामयिक मृत्यु से परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़।
- मृतक की पत्नी चिंता कुंवर और उनके दो छोटे बच्चे हुए बेसहारा।
- विधायक अनंत प्रताप देव और झामुमो जिला उपाध्यक्ष मुक्तेश्वर पांडे ने दिखाया मानवीय संवेदनशीलता।
- आर्थिक सहायता प्रदान कर पीड़ित परिवार को मिली राहत और भविष्य की उम्मीद।
- कई स्थानीय कार्यकर्ता और पार्टी पदाधिकारी मौके पर पहुंचकर परिवार को ढांढस बंधाया।
गढ़वा जिले के डंडई प्रखंड के रारो पंचायत स्थित बेलवाटिकर गांव में हाल ही में एक दर्दनाक घटना ने पूरे क्षेत्र को दुखी कर दिया। यहां सदई गोंड़ के पुत्र राम अवध गोंड़ (उम्र लगभग 32 वर्ष) की असामयिक मृत्यु हो गई। इस घटना से परिवार पूरी तरह टूट गया है। मृतक के पीछे उनकी पत्नी चिंता कुंवर (उम्र लगभग 28 वर्ष) और दो छोटे बच्चे रह गए हैं — बेटी आकृति कुमारी (8 वर्ष) और बेटा दीपक गोंड़ (6 वर्ष)। पिता की असमय मृत्यु से परिवार की आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है।
विधायक और झामुमो नेताओं ने दिखाया संवेदनशीलता का उदाहरण
परिवार की इस दुर्दशा की खबर मिलते ही गढ़वा विधायक श्री अनंत प्रताप देव और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के जिला उपाध्यक्ष मुक्तेश्वर पांडे ने आगे बढ़कर पीड़ित परिवार की सहायता की। उन्होंने मानवीय संवेदना का परिचय देते हुए आर्थिक सहयोग राशि प्रदान की। यह राशि उनके कार्यकर्ताओं के माध्यम से परिवार तक पहुंचाई गई।
इस दौरान प्रखंड अध्यक्ष तेज बहादुर सिंह, पूर्व प्रखंड अध्यक्ष राजेश मेहता, संगठन सचिव चंद्रशेखर प्रसाद, जिला सदस्य दीनानाथ पांडे, तथा करीम सिंह भी मौजूद रहे। सभी ने संयुक्त रूप से परिवार को सांत्वना दी और हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया।
झामुमो जिला उपाध्यक्ष मुक्तेश्वर पांडे ने कहा: “यह हमारी सामाजिक जिम्मेदारी है कि ऐसे असहाय परिवारों की हर संभव मदद की जाए। पार्टी और विधायक जी हमेशा गरीबों के साथ खड़े हैं।”
गरीब परिवार को मिली राहत और उम्मीद
विधायक और झामुमो नेताओं द्वारा प्रदान की गई आर्थिक सहायता से परिवार को तत्काल राहत मिली है। मृतक की पत्नी चिंता कुंवर ने भावुक होकर कहा कि यह सहयोग उनके लिए बहुत बड़ी मदद साबित हुआ है। उन्होंने विधायक और सभी सहयोगी नेताओं के प्रति आभार व्यक्त किया।
गांव के लोगों ने बताया कि राम अवध गोंड़ मेहनतकश और शांत स्वभाव के व्यक्ति थे, जो अपनी मेहनत से परिवार चलाते थे। उनकी असमय मौत से बच्चों के भविष्य पर संकट छा गया है, लेकिन नेताओं की यह पहल समाज के लिए प्रेरणास्रोत बन गई है।
समाज में मिसाल बनी मदद की यह पहल
स्थानीय ग्रामीणों ने विधायक और झामुमो नेताओं के इस कार्य की खुले दिल से सराहना की है। उनका कहना है कि ऐसे मानवीय कदम समाज में विश्वास और एकता की भावना को मजबूत करते हैं। यह घटना बताती है कि राजनीति केवल सत्ता का माध्यम नहीं, बल्कि मानव सेवा का जरिया भी हो सकती है।
न्यूज़ देखो: मानवीय सेवा से बढ़कर कोई राजनीति नहीं
गढ़वा के बेलवाटिकर गांव में विधायक और झामुमो नेताओं की यह पहल दिखाती है कि जब जनप्रतिनिधि वास्तव में जनता के दुख में साथ खड़े हों, तो राजनीति संवेदना का रूप ले लेती है। यह घटना प्रशासन और समाज दोनों के लिए एक प्रेरक उदाहरण है कि मानवीय संवेदना और सहयोग की भावना हमेशा जिंदा रहनी चाहिए।
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एकजुटता और मानवता से ही बनता है सशक्त समाज
समाज में जब एक व्यक्ति गिरता है, तो बाकी हाथ उसे उठाने के लिए आगे बढ़ें — यही सच्ची एकजुटता है। ऐसे सहयोग के कार्य हमें यह सिखाते हैं कि संवेदना और सहानुभूति से ही समाज मजबूत होता है।
अब समय है कि हम सब अपने आसपास के जरूरतमंदों की मदद करें। इस खबर को साझा करें ताकि मानवता की यह भावना और दूर तक फैले और हर दिल में संवेदनशीलता जागृत हो।




