शर्पदंश से गर्भवती की मौत पर संवेदना जताने पहुंचे विधायक अनंत प्रताप देव, परिजनों को दिलाया हरसंभव मदद का भरोसा

#रमना #सांत्वना_दौरा : मंगरा-बियवाटीकर में गर्भवती की मौत पर विधायक ने परिजनों को दी आर्थिक सहायता, सिविल सर्जन को दिए निर्देश

मंगरा-बियवाटीकर की पीड़ादायक घटना के बाद परिजनों से मिले विधायक

रमना प्रखंड अंतर्गत मंगरा-बियवाटीकर गांव में शुक्रवार को सांप के डसने से एक गर्भवती महिला, सुनिता देवी की दर्दनाक मौत हो गई। इस दुखद घटना की जानकारी मिलने पर शनिवार को क्षेत्रीय विधायक अनंत प्रताप देव शोकसंतप्त परिजनों से मिलने गांव पहुंचे।

विधायक ने मृतका के स्वजनों से मिलकर गहरी संवेदना व्यक्त की और मौके पर ही उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार की ओर से आपदा राहत कोष से मिलने वाले लाभ को जल्द से जल्द उपलब्ध कराया जाएगा।

अस्पतालों में एंटीवेनम की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश

घटना को गंभीरता से लेते हुए विधायक अनंत प्रताप देव ने मौके से ही गढ़वा के सिविल सर्जन को फोन कर निर्देशित किया कि जिले के सभी अस्पतालों में सर्पदंश के इलाज में उपयोग होने वाला एंटीवेनम पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो।
उन्होंने कहा कि

“इस तरह की घटनाओं में देरी जानलेवा साबित होती है, इसलिए इलाज की सभी व्यवस्थाएं समय रहते उपलब्ध रहनी चाहिए।”

प्रशासनिक मदद का भरोसा, ग्रामीणों ने जताया आभार

विधायक ने परिजनों से उनकी अन्य समस्याओं के बारे में भी जानकारी ली और प्रशासन की ओर से त्वरित सहायता दिलाने का भरोसा दिया।
मृतका के परिवार ने विधायक के इस सहयोग के लिए आभार प्रकट किया और कहा कि ऐसे समय में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि का साथ मिलना बहुत हिम्मत देता है।

कई जनप्रतिनिधि और ग्रामीण रहे मौजूद

इस मौके पर झामुमो के वरिष्ठ नेता मुक्तेश्वर पांडेय, मुखिया अनीता देवी, प्रखंड अध्यक्ष विशेश्वर मेहता, नरेश प्रसाद गुप्ता, सुभान अंसारी, नागेंद्र कुमार सिंह, अनुज कुमार चंद्रवंशी, रोहित वर्मा, राकेश सिंह, संदीप कुमार, राजीव कुमार, मोहम्मद फारूक समेत कई स्थानीय लोग मौजूद रहे।

न्यूज़ देखो : हर दुःख की घड़ी में जनप्रतिनिधियों की सक्रियता जरूरी

‘न्यूज़ देखो’ मानता है कि ऐसी दुखद घटनाओं के समय जनप्रतिनिधियों की त्वरित उपस्थिति और सहयोग पीड़ित परिवार को मानसिक और सामाजिक संबल प्रदान करता है। प्रशासनिक तंत्र को भी सजग करते हुए ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति से बचाया जा सकता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

शर्पदंश जैसी घटनाएं आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में जान ले रही हैं। ऐसे में जनप्रतिनिधियों और स्वास्थ्य प्रशासन का सजग रहना नितांत आवश्यक है। जनता की सुरक्षा और सहायता ही लोकतंत्र की असली ताकत है।

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