#रांची #दिशाबैठक : विधायक सीपी सिंह ने पुलिस और नगर निगम की निकृष्ट कार्यशैली को बताया भेदभावपूर्ण मेहनतकशों पर कार्रवाई को बताया अन्याय
- विधायक सीपी सिंह ने दिशा बैठक में प्रशासन की कार्यशैली पर कड़ा सवाल खड़ा किया।
- कहा कि पुलिस-नगर निगम केवल मेहनतकश ठेला-रेहड़ी वालों को निशाना बना रहे हैं।
- मेन रोड, हिंदपीढ़ी, कांटाटोली जैसे क्षेत्रों में प्रशासन कार्रवाई करने से कतराता है।
- विधायक ने आरोप लगाया कि पुलिस धर्म देखकर कानून लागू करती है।
- हेलमेट और सीटबेल्ट चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली करने का भी लगाया आरोप।
रांची: मंगलवार को आयोजित दिशा बैठक में रांची विधायक सीपी सिंह ने पुलिस और नगर निगम की कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मेहनतकश और रेहड़ी-ठेला चलाने वाले लोग दिन-रात पसीना बहाकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं, लेकिन प्रशासन उन्हें ही लगातार परेशान करता है। विधायक ने इसे हेमंत सरकार की ओर से दिए गए निर्देशों का पक्षपातपूर्ण और अन्यायपूर्ण पालन बताया।
विधायक ने उठाया मेहनतकशों का मुद्दा
सीपी सिंह ने कहा कि उनके घर रोजाना रातु रोड, चुटिया, कचहरी, करमटोली, लालपुर समेत रांची के कई इलाकों से सैकड़ों मजदूर और ठेला-रेहड़ी वाले लोग अपनी शिकायत लेकर आते हैं। सभी एक ही सवाल पूछते हैं कि प्रशासन उन्हें ही क्यों निशाना बनाता है, जबकि मेन रोड, हिंदपीढ़ी, कर्बला चौक, एकरा मस्जिद और कांटाटोली जैसे इलाकों में कार्रवाई करने से हिचकिचाता है। विधायक ने इसे खुला भेदभाव करार दिया।
विधायक सीपी सिंह ने कहा: “मैं अतिक्रमण का समर्थक नहीं हूं, परंतु पुलिस और नगर निगम का यह एकतरफा रवैया किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं है। जनता मेहनत करती है और सरकार उन्हें ही सताती है।”
पुलिस पर अवैध वसूली के आरोप
विधायक सीपी सिंह ने रांची पुलिस पर सीधे तौर पर आरोप लगाया कि वह कानून का पालन कराने के बजाय धर्म देखकर कार्रवाई करती है। उन्होंने कहा कि पुलिस शहर की सड़कों पर आए दिन हेलमेट और सीटबेल्ट चेकिंग के नाम पर आम जनता से अवैध वसूली करती है। विधायक ने साफ कहा कि जनता के चुने हुए प्रतिनिधि होने के नाते वह इस अन्याय और भेदभाव को किसी कीमत पर सहन नहीं करेंगे।
सीपी सिंह ने कहा: “पुलिस जनता से कभी हेलमेट चेकिंग तो कभी सीटबेल्ट के नाम पर पैसे वसूलती है। यह शर्मनाक और निंदनीय है।”
प्रशासन की कार्यशैली पर उठे सवाल
बैठक में विधायक ने साफ कहा कि पुलिस और नगर निगम का रवैया पूरी तरह से एकतरफा और पक्षपातपूर्ण है। प्रशासन गरीब और कमजोर तबके पर तो डंडा चलाता है लेकिन जब बात बड़े बाजारों और संवेदनशील इलाकों की आती है तो आंख मूंद लेता है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह की नीतियां जनता के बीच आक्रोश को जन्म देंगी।
जनता के लिए सीपी सिंह का वादा
विधायक ने कहा कि वह हमेशा मेहनतकशों और जनता के साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वह इस भेदभावपूर्ण रवैये के खिलाफ हर स्तर पर आवाज उठाएंगे। उनका कहना था कि प्रशासन का काम न्याय करना है, लेकिन आज वह अन्याय का पर्याय बन गया है।
न्यूज़ देखो: भेदभाव की कार्रवाई पर जवाबदेही जरूरी
रांची में पुलिस और नगर निगम की कार्रवाई को लेकर विधायक का यह बयान कई सवाल खड़े करता है। अगर प्रशासन केवल कमजोर वर्ग को निशाना बनाए और बड़े-बड़े क्षेत्रों को छोड़ दे तो यह निश्चित तौर पर पक्षपात है। जनता को न्याय और निष्पक्ष कार्रवाई चाहिए, न कि धर्म या वर्ग देखकर की गई नीति।
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अब जनता की आवाज़ को अनसुना न करें
यह वक्त है कि हर नागरिक अपने हक और न्याय के लिए आवाज उठाए। प्रशासन को पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करनी होगी। अपनी राय कॉमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और मिलकर एक न्यायपूर्ण समाज बनाने में योगदान दें।