
#गिरिडीह #अवैधखदान : प्रेसवार्ता में विधायक ने भ्रष्टाचार, अवैध खनन और प्रशासनिक लापरवाही पर कड़े आरोप लगाए—कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की घोषणा
- जमुआ विधायक डॉ. मंजू कुमारी ने प्रेसवार्ता में राज्य सरकार और जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए।
- क्षेत्र में अवैध पत्थर खदानों के संचालन को प्रशासनिक मिलीभगत बताया।
- थानों, सरकारी विभागों और एफसीआई गोदामों में भ्रष्टाचार का आरोप।
- दलिया स्थित अवैध खदान में हाल की हत्या का मामला उठाया—कार्रवाई न होने पर नाराजगी जताई।
- कार्रवाई नहीं होने पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा आंदोलन और विधानसभा में मुद्दा उठाने की चेतावनी।
- प्रेसवार्ता में हरविंदर सिंह बग्गा, संदीप देव सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
गिरिडीह जिला मुख्यालय स्थित नया परिषदन भवन में मंगलवार को आयोजित भाजपा की प्रेसवार्ता में जमुआ विधायक डॉ. मंजू कुमारी ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि जमुआ विधानसभा क्षेत्र में भ्रष्टाचार चरम पर है और प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह निष्क्रिय हो चुका है। अवैध खदानों से लेकर एफसीआई गोदामों तक, हर स्तर पर अनियमितताओं और लापरवाहियों का बोलबाला है। विधायक ने चेतावनी दी कि यदि स्थिति नहीं सुधरी तो भाजपा सड़क से लेकर विधानसभा तक संघर्ष करेगी।
सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
प्रेसवार्ता में डॉ. मंजू कुमारी ने कहा कि जमुआ क्षेत्र में हर सरकारी विभाग भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है। उन्होंने बताया कि विभिन्न कार्यालयों में आम नागरिकों को छोटे-छोटे कार्यों के लिए भी परेशान किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि
डॉ. मंजू कुमारी ने कहा: “सरकारी व्यवस्था पूरी तरह लचर हो चुकी है और जनता आज सबसे अधिक पीड़ित है।”
उनका आरोप था कि थानों में बिना वजह लोगों को दौड़ाया जाता है और सरकारी तंत्र नागरिकों की समस्याओं पर संवेदनशील नहीं है।
एफसीआई गोदामों में अनियमितता पर सवाल
विधायक ने एफसीआई गोदामों में बड़े पैमाने पर अनियमितता का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि गोदामों में अनाज के उठाव और वितरण में भ्रष्टाचार खुलकर सामने आ रहा है, लेकिन प्रशासन कोई ठोस कदम उठाने को तैयार नहीं है। इससे गरीब और जरूरतमंद लाभुकों को भारी नुकसान हो रहा है।
अवैध खदान संचालन से ग्रामीणों में भय और असुरक्षा
डॉ. कुमारी ने जमुआ क्षेत्र में अवैध पत्थर खदानों को सबसे बड़ी समस्या बताया। उनका कहना था कि इन खदानों का संचालन प्रशासनिक मिलीभगत के बिना संभव ही नहीं है।
उन्होंने बताया कि
- खदान माफिया ग्रामीणों को धमकाते हैं,
- मारपीट की घटनाएं आती रहती हैं,
- ब्लास्टिंग से घरों में दरारें, धूल, कंपन और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं,
- ग्रामीणों में भय और असुरक्षा का माहौल है।
उन्होंने दलिया क्षेत्र में अवैध खदान में हाल ही में हुई एक व्यक्ति की हत्या का भी मुद्दा उठाया और कहा कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी प्रशासन ने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं की।
प्रशासन को अंतिम चेतावनी: कार्रवाई करें, नहीं तो आंदोलन
विधायक ने साफ शब्दों में कहा कि अब धैर्य की सीमा समाप्त हो चुकी है।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि
डॉ. मंजू कुमारी ने कहा: “यदि अवैध खदान संचालकों और भ्रष्ट अधिकारियों पर तुरंत कार्रवाई नहीं की गई, तो भाजपा कार्यकर्ता सड़क से लेकर विधानसभा तक आंदोलन करेंगे।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जनता की सुरक्षा और अधिकारों की लड़ाई भाजपा हर हाल में लड़ेगी।
भाजपा पदाधिकारियों की उपस्थिति
इस महत्वपूर्ण प्रेसवार्ता में भाजपा नगर अध्यक्ष हरविंदर सिंह बग्गा, संदीप देव, और अन्य कई पदाधिकारी शामिल हुए। सभी नेताओं ने विधायक के वक्तव्यों का समर्थन किया और अवैध खनन तथा प्रशासनिक भ्रष्टाचार पर कड़ी कार्रवाई की मांग दोहराई।
न्यूज़ देखो: अवैध खनन पर कार्रवाई अब अनिवार्य क्यों
यह पूरा मामला बताता है कि अवैध खदान संचालन केवल पर्यावरण का ही नहीं, बल्कि सीधे तौर पर ग्रामीणों की सुरक्षा और आजीविका का भी सवाल है। जब प्रशासनिक मशीनरी निष्क्रिय हो जाए, तब जनप्रतिनिधियों की आवाज और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। अब यह जिला प्रशासन की जिम्मेदारी है कि आरोपों की निष्पक्ष जांच कर स्थिति को नियंत्रण में लाए।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
अवैध खनन रोकना सिर्फ सरकार का नहीं, समाज का भी दायित्व
जमुआ जैसे क्षेत्रों में अवैध खनन के खिलाफ आवाज उठाना लोगों की सुरक्षा, पर्यावरण और जीवन रक्षा से जुड़ा है। अब समय है कि जनता, प्रशासन और जनप्रतिनिधि एकजुट होकर इस खतरे को समाप्त करने का संकल्प लें। आपकी जागरूकता ही बदलाव की पहली सीढ़ी है—जब आप अपनी आवाज उठाते हैं, तभी व्यवस्था मजबूत होती है।
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