
#बगोदर #विद्यालय_विकास : विधायक नागेंद्र महतो ने स्कूल निर्माण और पीड़ित परिवार को मुआवजे का भरोसा दिया।
गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड अंतर्गत उच्च विद्यालय घुटिया–पेसरा में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई, जिसमें बगोदर विधायक नागेंद्र महतो शामिल हुए। बैठक में विद्यालय के बुनियादी ढांचे, भवन निर्माण और शिक्षा व्यवस्था से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई। इसी दौरान हाथियों द्वारा विद्यालय की बाउंड्री वॉल क्षतिग्रस्त किए जाने और एक ग्रामीण महिला की मौत का मामला सामने आया। विधायक ने वन विभाग से त्वरित कार्रवाई और मुआवजे का आग्रह किया, जिससे यह मुद्दा स्थानीय स्तर पर अत्यंत महत्वपूर्ण बन गया।
- उच्च विद्यालय घुटिया–पेसरा में विकास कार्यों को लेकर बैठक आयोजित।
- विधायक नागेंद्र महतो ने स्कूल भवन निर्माण शीघ्र शुरू होने का आश्वासन दिया।
- हाथियों द्वारा विद्यालय की बाउंड्री वॉल तोड़े जाने की जानकारी सामने आई।
- घुटिया–पेसरा निवासी स्व. किरण देवी की हाथी हमले में मौत का मामला उठा।
- विधायक ने डीएफओ से बात कर तत्काल मुआवजा देने का आग्रह किया।
गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड में स्थित उच्च विद्यालय घुटिया–पेसरा में सोमवार को एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें माननीय बगोदर विधायक नागेंद्र महतो ने भाग लिया। यह बैठक विद्यालय के समग्र विकास, शैक्षणिक सुविधाओं के विस्तार और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के उद्देश्य से बुलाई गई थी। बैठक में विद्यालय प्रबंधन, स्थानीय ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने शिक्षा से जुड़े विभिन्न मुद्दों को विधायक के समक्ष रखा।
बैठक के दौरान विधायक नागेंद्र महतो ने विद्यालय के वर्तमान हालात की जानकारी ली और विकास से जुड़े प्रस्तावों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि क्षेत्र के बच्चों को बेहतर शिक्षा सुविधा उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता है और इसके लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
विद्यालय भवन निर्माण पर बड़ा आश्वासन
बैठक में सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा विद्यालय भवन निर्माण को लेकर रहा। ग्रामीणों और विद्यालय से जुड़े लोगों ने बताया कि लंबे समय से भवन निर्माण की मांग की जा रही है, जिससे छात्रों को सुरक्षित और बेहतर वातावरण में पढ़ाई का अवसर मिल सके।
इस पर विधायक नागेंद्र महतो ने कहा:
“उच्च विद्यालय घुटिया–पेसरा के भवन निर्माण की प्रक्रिया जारी है। सभी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं और बहुत जल्द निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।”
उन्होंने भरोसा दिलाया कि भवन निर्माण में किसी तरह की अनावश्यक देरी नहीं होने दी जाएगी और गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा, ताकि आने वाले वर्षों तक विद्यालय छात्रों के लिए एक मजबूत शैक्षणिक केंद्र बन सके।
हाथियों से हुई क्षति का गंभीर मुद्दा
बैठक के दौरान एक और गंभीर विषय सामने आया, जिसने सभी को चिंतित कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि विगत दिनों हाथियों द्वारा विद्यालय की बाउंड्री वॉल तोड़ दी गई, जिससे विद्यालय परिसर की सुरक्षा प्रभावित हुई है। बाउंड्री वॉल क्षतिग्रस्त होने से छात्रों की सुरक्षा को लेकर अभिभावकों में भी चिंता बढ़ गई है।
इस मामले को विधायक ने गंभीरता से सुना और कहा कि वन्यजीवों से होने वाली क्षति को हल्के में नहीं लिया जा सकता। उन्होंने संबंधित विभाग से समन्वय कर इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की बात कही।
हाथी हमले में महिला की मौत, मुआवजे की मांग
बैठक में एक अत्यंत दुखद घटना की जानकारी भी साझा की गई। घुटिया–पेसरा निवासी स्वर्गीय किरण देवी, पति राजू यादव, की हाल ही में हाथियों द्वारा कुचलकर मृत्यु हो गई थी। इस घटना से पूरे क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल है।
इस मामले को लेकर विधायक नागेंद्र महतो ने तुरंत संज्ञान लिया और कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय और राहत मिलना बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया:
“मैंने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल डीएफओ से फोन पर बात की है और पीड़ित परिवार को अविलंब मुआवजा देने का आग्रह किया है।”
विधायक ने भरोसा दिलाया कि मुआवजा प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की देरी नहीं होनी चाहिए और प्रशासन को संवेदनशीलता के साथ इस पर काम करना होगा।
ग्रामीणों की सुरक्षा और प्रशासन की जिम्मेदारी
बैठक में उपस्थित ग्रामीणों ने हाथियों की लगातार आवाजाही से उत्पन्न खतरे पर भी चिंता जताई। उनका कहना था कि जंगल से सटे इलाकों में हाथियों के कारण जान-माल का खतरा बना रहता है, जिससे ग्रामीण भय के माहौल में जीवन जीने को मजबूर हैं।
विधायक ने इस विषय पर कहा कि वन विभाग और प्रशासन को मिलकर ठोस रणनीति बनानी होगी, ताकि मानव और वन्यजीवों के बीच संघर्ष को कम किया जा सके। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रभावित इलाकों में निगरानी, चेतावनी व्यवस्था और सुरक्षात्मक उपायों को मजबूत किया जाए।
शिक्षा और सुरक्षा दोनों प्राथमिकता
बैठक के अंत में विधायक नागेंद्र महतो ने कहा कि शिक्षा और नागरिकों की सुरक्षा दोनों ही सरकार और जनप्रतिनिधियों की प्राथमिक जिम्मेदारी है। विद्यालय का विकास जहां बच्चों के भविष्य से जुड़ा है, वहीं हाथी हमले जैसी घटनाएं तत्काल प्रशासनिक हस्तक्षेप की मांग करती हैं।
उन्होंने आश्वासन दिया कि वे स्वयं इन दोनों मुद्दों पर नजर बनाए रखेंगे और संबंधित विभागों से लगातार संवाद में रहेंगे, ताकि समाधान जल्द से जल्द निकाला जा सके।

न्यूज़ देखो: विकास और संवेदनशीलता का संतुलन
यह बैठक दर्शाती है कि स्थानीय जनप्रतिनिधि यदि सक्रिय भूमिका निभाएं तो विकास और जनसुरक्षा दोनों मुद्दों पर प्रभावी कदम उठाए जा सकते हैं। विद्यालय भवन निर्माण और हाथी हमले में मुआवजे की पहल प्रशासनिक संवेदनशीलता की कसौटी है। अब यह देखना अहम होगा कि संबंधित विभाग कितनी तेजी से इन आश्वासनों को धरातल पर उतारते हैं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सुरक्षित शिक्षा और सुरक्षित जीवन की साझा जिम्मेदारी
ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के साथ-साथ सुरक्षा भी उतनी ही जरूरी है। ऐसे मामलों में जागरूकता, प्रशासनिक तत्परता और जनभागीदारी से ही स्थायी समाधान संभव है। इस खबर पर अपनी राय साझा करें, इसे आगे बढ़ाएं और क्षेत्रीय मुद्दों पर सजग संवाद को मजबूत करें।





