
#पलामू #तकनीकी_शिक्षा : विधायक ने विधानसभा के शून्यकाल में क्षेत्र के सात प्रखंडों में आईटीआई कॉलेज खोलने की मांग रखी ताकि युवा आत्मनिर्भर बन सकें
- विधानसभा सदस्य नरेश प्रसाद सिंह ने शून्यकाल में क्षेत्र के सात प्रखंडों में आईटीआई कॉलेज खोलने की मांग की।
- जिन प्रखंडों में कॉलेज की आवश्यकता जताई गई, वे हैं विश्रामपुर, पांडू, ऊंटारी, नावाबाजार (पलामू जिला) और मझिआव, बरडीहा, कांडी (गढ़वा जिला)।
- विधायक ने कहा कि यह पहल छात्रों को तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने का अवसर देगी और उन्हें बाहर जाकर शिक्षा लेने की आवश्यकता नहीं होगी।
- छात्र-छात्राओं को रोजगार के बेहतर अवसर और आत्मनिर्भर बनने का मौका मिलेगा।
- इस प्रस्ताव से क्षेत्र में तकनीकी शिक्षा का विस्तार और स्थानीय कौशल विकास सुनिश्चित होगा।
विश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक नरेश प्रसाद सिंह ने विधानसभा के शून्यकाल में अपनी मांग रखते हुए कहा कि क्षेत्र के सात प्रखंडों में आईटीआई कॉलेज की स्थापना बेहद आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इससे क्षेत्र के युवा तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर अपने ही क्षेत्र में रोजगार के अवसर तलाश सकेंगे और उन्हें बाहर जाना नहीं पड़ेगा। यह कदम होनहार छात्रों के लिए शिक्षा और कौशल विकास का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करेगा।
प्रस्तावित आईटीआई कॉलेजों का महत्व
विधायक नरेश प्रसाद सिंह ने बताया कि वर्तमान समय में तकनीकी शिक्षा युवाओं के आत्मनिर्भर बनने और बेहतर रोजगार प्राप्त करने का मुख्य साधन है। क्षेत्र में आईटीआई कॉलेजों की कमी के कारण युवा अपने भविष्य के लिए बाहर जाने को मजबूर हैं। सातों प्रखंडों में आईटीआई कॉलेज की स्थापना से छात्र अपने गांव में ही प्रशिक्षण और कौशल विकास प्राप्त कर सकेंगे।
नरेश प्रसाद सिंह ने कहा: “आईटीआई कॉलेज की स्थापना से क्षेत्र के बच्चों को तकनीकी शिक्षा का अवसर मिलेगा और वे बेहतर रोजगार पाने के लिए बाहर जाने के लिए मजबूर नहीं होंगे।”
रोजगार और कौशल विकास पर प्रभाव
आईटीआई कॉलेजों की स्थापना से स्थानीय युवाओं को विभिन्न तकनीकी क्षेत्रों में प्रशिक्षण मिलेगा। यह पहल न केवल छात्रों को कौशल विकसित करने में मदद करेगी, बल्कि उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर भी उपलब्ध कराएगी। इसके साथ ही यह क्षेत्र की आर्थिक और सामाजिक प्रगति में भी सहायक होगी।
विधायक ने कहा: “यह कदम युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और स्थानीय रोजगार सृजन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”

न्यूज़ देखो: क्षेत्रीय तकनीकी शिक्षा विस्तार से युवाओं के अवसर बढ़ेंगे
इस मांग से स्पष्ट होता है कि स्थानीय युवाओं के लिए तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास सुनिश्चित करना आवश्यक है। प्रशासन और शिक्षा विभाग को इसे गंभीरता से लेते हुए जल्द पहल करनी चाहिए। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
शिक्षा और कौशल से आत्मनिर्भर बनें
सभी छात्र-छात्राओं और नागरिकों से अनुरोध है कि वे इस पहल को समर्थन दें और शिक्षा एवं कौशल के महत्व को साझा करें। अपनी राय कमेंट करें, खबर साझा करें और क्षेत्र के युवाओं के विकास में योगदान दें।