
#सिमडेगा #स्वच्छता_संरक्षण : विधायक भूषण बाड़ा ने विधानसभा में गुलजार गली में बने कचरा डंपिंग यार्ड की समस्या को उठाते हुए तुरंत स्थानांतरण की मांग की
- सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा ने विधानसभा शून्यकाल में गुलजार गली में कचरा डंपिंग यार्ड की समस्या उठाई।
- नगर परिषद द्वारा भीड़भाड़ वाले इलाके में कचरा डंपिंग यार्ड बनाए जाने से दुर्गंध और स्वास्थ्य संकट उत्पन्न।
- विधायक ने स्वच्छ भारत अभियान के विपरीत इस स्थिति को असंवेदनशील बताया।
- आसपास के मोहल्लों में दुर्गंध, मच्छर और संक्रमण फैलने का गंभीर खतरा।
- उन्होंने सरकार और नगर परिषद से तुरंत डंपिंग यार्ड का शहर से बाहर स्थानांतरण और वैज्ञानिक प्रबंधन की मांग की।
- स्थानीय नागरिक कई बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन अब तक कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई।
सिमडेगा विधानसभा सत्र के शून्यकाल में विधायक भूषण बाड़ा ने गुलजार गली स्थित कचरा डंपिंग यार्ड को लेकर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि नगर परिषद द्वारा बाजार टांड के पास भीड़भाड़ वाले इलाके में डंपिंग यार्ड बनाने से आसपास के मोहल्लों के नागरिक दुर्गंध, मच्छर और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। विधायक ने इस स्थिति को स्वच्छ भारत अभियान की भावना के विपरीत बताया और सरकार से मांग की कि यार्ड को तुरंत शहर से बाहर किसी उपयुक्त स्थान पर स्थानांतरित किया जाए।
विधानसभा में मुद्दे की प्रस्तुति
विधायक भूषण बाड़ा ने सदन को बताया कि डंपिंग यार्ड के कारण पूरे क्षेत्र में तेज दुर्गंध फैल रही है। उन्होंने कहा:
भूषण बाड़ा ने कहा: “गुलजार गली और बाजार टांड के आसपास के लोग लगातार दुर्गंध और मच्छरों से परेशान हैं, यह न केवल स्वच्छता मानकों का उल्लंघन है बल्कि आम नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है।”
उन्होंने आगे कहा कि स्थानीय नागरिक कई बार विभाग और नगर परिषद से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई।
स्वास्थ्य और स्वच्छता पर प्रभाव
विधायक ने सदन में यह भी चेतावनी दी कि इस स्थिति को अनदेखा करना सिमडेगा शहर में स्वास्थ्य संकट पैदा कर सकता है। डंपिंग यार्ड के कारण आसपास के मोहल्लों में संक्रमण फैलने का खतरा है और यह स्वच्छता और पर्यावरण मानकों का उल्लंघन है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उचित स्थान पर वैज्ञानिक और मानक प्रक्रियाओं के अनुसार कचरा प्रबंधन लागू होना चाहिए।
नगर परिषद और सरकार से मांग
विधायक ने सरकार और नगर परिषद से तत्काल कदम उठाने की अपील की। उनका कहना था कि शहर में स्वच्छता व्यवस्था को पटरी पर लाने और नागरिकों को राहत देने के लिए डंपिंग यार्ड को शहर से बाहर स्थानांतरित करना अत्यंत आवश्यक है।

न्यूज़ देखो: सिमडेगा कचरा डंपिंग यार्ड संकट
यह मामला दर्शाता है कि स्थानीय प्रशासन द्वारा अनियमित और असंवेदनशील कचरा प्रबंधन सीधे नागरिकों के स्वास्थ्य और जीवन स्तर को प्रभावित कर सकता है। स्वच्छ भारत अभियान के बावजूद शहर में कचरा निस्तारण की उचित व्यवस्था न होना प्रशासन की जिम्मेदारी पर सवाल उठाता है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सक्रिय नागरिक बनें और बदलाव लाएं
सिमडेगा के नागरिकों की स्वास्थ्य सुरक्षा और स्वच्छता के लिए सजग रहना अब पहले से अधिक जरूरी है। हर नागरिक को अपनी शिकायत दर्ज कराने और प्रशासन पर दबाव बनाने की जिम्मेदारी उठानी होगी। आप अपने मोहल्ले में स्वच्छता की पहल में भाग लें, समस्याओं की जानकारी साझा करें और स्थानीय प्रशासन से जवाबदेही की मांग करें। अपनी राय कमेंट करें, खबर को दोस्तों और परिवार तक पहुंचाएं और शहर में स्वच्छता और स्वास्थ्य के लिए सक्रिय भूमिका निभाएं।





