
#लोहरदगा #कांग्रेस : प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने संगठन सृजन अभियान को लेकर जिम्मेदारियां सौंपीं, विधायक रामचंद्र सिंह को मिला पर्यवेक्षक का दायित्व
- मनिका विधायक रामचंद्र सिंह को लोहरदगा जिले का पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया।
- यह नियुक्ति कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के निर्देश पर की गई।
- प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश और प्रभारी के. राजू ने सूची जारी की।
- संगठन सृजन अभियान के तहत प्रदेशभर में नेताओं को जिलों की जिम्मेदारी दी गई।
- लोहरदगा सहित कई जिलों में वरिष्ठ नेताओं को पर्यवेक्षक बनाया गया।
संगठन सुदृढ़ीकरण की दिशा में कांग्रेस ने झारखंड में बड़ा कदम उठाया है। पार्टी ने “संगठन सृजन अभियान” के तहत प्रदेश के विभिन्न जिलों में पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। इस कड़ी में मनिका विधानसभा के विधायक सह विधानसभा समिति के सभापति रामचंद्र सिंह को लोहरदगा जिले का पर्यवेक्षक बनाया गया है।
जिम्मेदारी और नेतृत्व
यह नियुक्ति कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के निर्देश पर की गई है। प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश और झारखंड प्रभारी के. राजू द्वारा जारी सूची में विभिन्न जिलों के लिए पर्यवेक्षक तय किए गए हैं। रामचंद्र सिंह को लोहरदगा जिले में संगठन की गतिविधियों की निगरानी और मजबूती का दायित्व सौंपा गया है।
अन्य नेताओं को भी मिली जिम्मेदारी
जारी सूची के अनुसार दीपिका पांडे, शमशेर आलम, मणिशंकर, शिल्पी नेहा तिकीं, अम्बा प्रसाद, बंधु तिर्की, बन्ना गुप्ता समेत कई नेताओं को भी अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी दी गई है। सभी को संगठन सृजन कार्यक्रम को सफल बनाने का कार्य सौंपा गया है।
कांग्रेस का रणनीतिक कदम
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि झारखंड में आगामी चुनावी परिदृश्य को देखते हुए कांग्रेस संगठन को और मजबूत बनाने में जुट गई है। पर्यवेक्षकों की नियुक्ति से जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं को नई ऊर्जा मिलने की उम्मीद है।
न्यूज़ देखो: कांग्रेस के लिए संगठन ही ताकत
संगठन सृजन अभियान के तहत नेताओं को जिलों की जिम्मेदारी सौंपना कांग्रेस की भविष्य की रणनीति का अहम हिस्सा है। लोहरदगा में रामचंद्र सिंह की सक्रियता पार्टी के लिए मजबूती का आधार बन सकती है। अब देखना होगा कि यह अभियान कांग्रेस को कितनी मजबूती देता है।
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बदलाव की ओर संगठनात्मक पहल
अब समय है कि कार्यकर्ता और नेतृत्व मिलकर संगठन को नई ऊंचाई पर ले जाएं। कांग्रेस का यह अभियान केवल नियुक्ति नहीं, बल्कि कार्यकर्ताओं के बीच विश्वास और भागीदारी बढ़ाने का प्रयास है। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि जागरूकता और चर्चा दोनों बढ़ें।