- 28 दिसंबर की रात एमएमसीएच के ओटी कॉम्प्लेक्स में स्प्लिट एसी में आग।
- 14 दिसंबर को एसएनसीयू वार्ड में भी हुई थी आग की घटना।
- वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने अस्पताल के कुप्रबंधन और गंदगी पर की कड़ी आलोचना।
- जनवरी में विशेषज्ञों के साथ अस्पताल के दौरे की योजना।
डाल्टनगंज: एमएमसीएच डाल्टनगंज में आग लगने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। 28 दिसंबर की रात अस्पताल के पुराने ओटी कॉम्प्लेक्स में स्प्लिट एसी में आग लग गई। सौभाग्य से, इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई। आग को पानी डालकर बुझा दिया गया, लेकिन यह घटना अस्पताल की खराब व्यवस्था और लापरवाही को फिर से उजागर करती है।
दो हफ्तों में दूसरी आग की घटना
महज 14 दिनों के भीतर एमएमसीएच परिसर में यह दूसरी आग की घटना है। इससे पहले 14 दिसंबर को एसएनसीयू वार्ड में आग लगी थी, जिसमें जीएनएम ममता त्रिशूल और अन्य स्टाफ ने साहस दिखाते हुए आठ शिशुओं को सुरक्षित बाहर निकाला था।
वित्त मंत्री ने किया औचक निरीक्षण
आग लगने की घटना से कुछ घंटे पहले झारखंड के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने एमएमसीएच का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल की गंदगी और कुप्रबंधन पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा, “अस्पताल में गंदगी का अंबार है। साफ-सफाई और प्रबंधन पूरी तरह फेल है।” मंत्री ने आपातकालीन वार्ड की अव्यवस्था पर भी सवाल उठाए।
सफाई और सुरक्षा पर सख्त निर्देश
वित्त मंत्री ने अस्पताल प्रबंधन को अग्निशमन यंत्रों की स्थिति का तुरंत आकलन करने और सफाई व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिए। साथ ही, सफाई कर्मियों की कमी को दूर करने और कर्मचारियों के लिए ड्रेस कोड लागू करने की बात कही।
विशेषज्ञों के साथ दौरे की योजना
स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अजय कुमार सिंह ने बार-बार आग लगने की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने जनवरी में विशेषज्ञों के साथ एमएमसीएच का दौरा करने की योजना बनाई है, ताकि अस्पताल की बिजली व्यवस्था और सुरक्षा में सुधार हो सके।
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