- मेडिकल कॉलेज में सफाई कर्मियों की नियुक्ति में अनियमितताएं पाई गईं।
- केवल 51 सफाई कर्मी तैनात, जबकि आवश्यकता 135 की है।
- वित्त मंत्री ने हाजिरी रजिस्टर जब्त कर जांच के आदेश दिए।
- मेडिकल स्टाफ के लिए यूनिफॉर्म लागू करने का निर्देश।
- आयुष्मान भारत योजना का लाभ न मिलने पर मंत्री ने हस्तक्षेप की बात कही।
पलामू: वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में अनियमितताओं को गंभीरता से लेते हुए सफाई कर्मियों की हाजिरी बही जब्त कर ली है। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाए।
सफाई कर्मियों की कमी और अनियमितताएं
मेडिकल कॉलेज के लिए 135 सफाई कर्मियों की आवश्यकता है, लेकिन केवल 51 कर्मी तैनात हैं। इनकी हाजिरी भी पूरी नहीं हो रही थी। बालाजी कंपनी, जो सफाई व्यवस्था की जिम्मेदार है, पर लापरवाही के आरोप लगे हैं। इस पर मंत्री ने कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं।
मेडिकल स्टाफ के लिए यूनिफॉर्म अनिवार्य
मंत्री किशोर ने सभी डॉक्टरों और कर्मचारियों को यूनिफॉर्म पहनने का निर्देश दिया है। यह व्यवस्था अगले तीन दिनों में लागू होगी ताकि मरीजों को किसी तरह की असुविधा न हो और दलालों की पहचान की जा सके।
आयुष्मान भारत योजना का क्रियान्वयन
मंत्री ने बताया कि मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज में आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज उपलब्ध नहीं हो रहा है। उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर इस मामले को सुलझाने का आश्वासन दिया।
सरकार की प्राथमिकता
मंत्री ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज को उसी उद्देश्य के तहत बेहतर बनाया जाएगा, जिसके लिए इसका निर्माण हुआ था।
न्यूज़ देखो का संदेश
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए सरकार की पहल महत्वपूर्ण है। मरीजों को बेहतर सुविधाएं और योजनाओं का लाभ मिले, यही हर नागरिक की उम्मीद है। ‘न्यूज़ देखो’ से जुड़े रहें और झारखंड की ताजा खबरों से अपडेट रहें।