#गढ़वा_पलामू #मानसून_2025 – पहली बारिश से मौसम सुहाना, खेतों में शुरू होगी हलचल
- गढ़वा और पलामू में सुबह से आसमान में छाए रहे काले बादल
- हल्की बारिश और ठंडी हवाओं से तापमान में 4–5 डिग्री की गिरावट
- राज्य के कई हिस्सों में रिमझिम फुहारों और तेज हवाओं का पूर्वानुमान
- किसानों को मिली राहत, खेतों में जुताई के लिए बढ़ा उत्साह
- मौसम विभाग ने 17-18 जून के लिए येलो अलर्ट और वज्रपात की चेतावनी जारी की
पहली फुहारों से बदला उत्तर-पश्चिमी झारखंड का मिजाज
झारखंड में मानसून की आधिकारिक दस्तक के साथ ही गढ़वा, पलामू और लातेहार जिलों में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है।
मंगलवार सुबह से काले बादलों की चादर, रिमझिम बारिश और ठंडी हवाओं ने भीषण गर्मी से राहत दी।
गढ़वा शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों तक हल्की फुहारों ने तापमान में गिरावट दर्ज कराई, जिससे आमजन को बड़ी राहत मिली।
खेतों में जगे नए सपने, गांवों में बढ़ा उत्साह
मानसून की पहली बारिश से किसानों में गजब का उत्साह है।
गढ़वा के किसान ललन पासवान ने कहा:
“मानसून की पहली बारिश से खेतों की जुताई शुरू हो पाएगी। अगर यही सिलसिला जारी रहा तो इस बार धान की बुआई समय पर हो सकेगी।”
पलामू जिले के पाटन और हरिहरगंज क्षेत्र में भी हल्की वर्षा दर्ज की गई, जिससे किसानों ने हल और बैल तैयार कर लिए हैं।
मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट, वज्रपात से सावधान रहें
रांची मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, आगामी दो दिनों यानी 17 और 18 जून को राज्य के दक्षिणी और मध्यवर्ती जिलों में मेघगर्जन, वज्रपात, और तेज हवाएं (40–50 किमी/घंटा) चलने की संभावना है।
पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा, सरायकेला-खरसावां सहित कई जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
“लोगों को खुले में पेड़ के नीचे रुकने से बचने और वज्रपात से सतर्क रहने की सलाह दी गई है।”
बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक आनंदित, बाजारों में लौटी रौनक
मानसून की पहली आहट ने शहरवासियों को भी राहत की सांस दी है।
बच्चे बारिश में नहाते दिखे तो युवाओं ने मौसम का लुत्फ उठाया।
4 से 5 डिग्री तापमान में गिरावट के चलते बाजारों में भी भीड़ बढ़ी और लोगों का उत्साह साफ नजर आया।
न्यूज़ देखो: किसानों की उम्मीद और आमजन की राहत का मौसम
न्यूज़ देखो झारखंड में मानसून के इस स्वागत योग्य आगमन पर सभी को शुभकामनाएं देता है।
हमारा मानना है कि जब बादल बरसते हैं, तो केवल खेत ही नहीं, उम्मीदें भी हरी होती हैं।
इस दौरान सतर्क रहना और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करना ज़रूरी है।
वज्रपात से सावधान रहें, सुरक्षित स्थानों पर रहें।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जब पहली बारिश सिर्फ बूंदें नहीं, उम्मीदों का जश्न बन जाए
गढ़वा-पलामू में मानसून की दस्तक सिर्फ मौसम का बदलाव नहीं, गांवों की चेतना और खेतों की मुस्कान है।
इस बार का मानसून अगर यूं ही सक्रिय रहा, तो झारखंड की धरती फिर लहलहा उठेगी।