
#डुमरी #शिक्षा_गोष्ठी : गुरुगोष्ठी में FLN, उपस्थिति, शिक्षक प्रशिक्षण जैसे अहम मुद्दों पर हुआ मंथन — विद्यालयों में सुधार हेतु दिए गए निर्देश
- प्रखंड स्तर पर सभी प्रभारी प्रधानाध्यापक और सीआरसी रहे शामिल
- विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाने हेतु विशेष अभियान चलाने पर सहमति
- FLN (आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक दक्षता) कार्यक्रम की समीक्षा हुई
- शिक्षक प्रशिक्षण और पाठ्यक्रम आधारित प्रगति की निगरानी पर जोर
- समुदाय और अभिभावकों की भागीदारी को बढ़ावा देने की रणनीति बनी
शिक्षा को सशक्त बनाने के उद्देश्य से मासिक गुरुगोष्ठी
डुमरी प्रखंड कार्यालय में मासिक गुरुगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसका नेतृत्व प्रखंड विकास पदाधिकारी ने किया। बैठक में सभी विद्यालयों के प्रभारी प्रधानाध्यापक, क्लस्टर रिसोर्स कोऑर्डिनेटर (सीआरसी), पिरामल फाउंडेशन के प्रतिनिधि, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी तपेश्वर शाहू, और प्रखंड साधनसेवी राकेश कुमार सहित अन्य शिक्षा पदाधिकारी उपस्थित रहे।
इस बैठक का उद्देश्य था कि शिक्षा क्षेत्र में गुणवत्ता सुधार, उपस्थिति दर में वृद्धि और सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन को सुनिश्चित किया जा सके।
विद्यार्थियों की उपस्थिति पर विशेष बल
बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि कई विद्यालयों में विद्यार्थियों की उपस्थिति असंतोषजनक है, जिसे सुधारने के लिए विशेष अभियान चलाने की योजना बनी। यह भी निर्देश दिया गया कि स्कूलों में नियमित रूप से मॉनिटरिंग की जाए ताकि शैक्षणिक वातावरण मजबूत हो।
FLN कार्यक्रम की समीक्षा
“Foundational Literacy and Numeracy” (FLN) कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा की गई। सभी विद्यालयों को निर्देश दिया गया कि FLN गतिविधियों को प्राथमिकता के साथ लागू किया जाए ताकि कक्षा 3 तक के बच्चे पढ़ने, लिखने और गणना करने की बुनियादी दक्षता हासिल कर सकें।
शिक्षक प्रशिक्षण और पाठ्यक्रम प्रगति
शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों की योजना, उसके कार्यान्वयन और प्रभाव की समीक्षा की गई। यह तय हुआ कि आगामी महीनों में बेसिक व डिजिटल साक्षरता पर आधारित प्रशिक्षण आयोजित किए जाएंगे।
साथ ही पाठ्यक्रम आधारित प्रगति की निगरानी और रिपोर्टिंग प्रणाली को और मजबूत बनाने का निर्णय लिया गया।
समुदाय और अभिभावकों की सहभागिता
बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि अभिभावकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनके सहयोग से ही शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सकता है। इसके लिए “शिक्षा संवाद” जैसे कार्यक्रम आयोजित करने का प्रस्ताव रखा गया।
प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा: “विद्यालयों में शैक्षणिक गुणवत्ता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। हर शिक्षक और अधिकारी यह सुनिश्चित करे कि सरकारी योजनाओं का लाभ हर विद्यार्थी तक समय पर पहुंचे।”

न्यूज़ देखो: शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार की ठोस पहल
न्यूज़ देखो ने हमेशा शिक्षा को समाज के आधार स्तंभ के रूप में देखा है। डुमरी प्रखंड की यह गुरुगोष्ठी इस दिशा में एक सराहनीय पहल है, जहां मौजूद खामियों को स्वीकार कर सुधार के प्रयास तेज किए जा रहे हैं।
FLN कार्यक्रम, उपस्थिति, और समुदाय की भागीदारी जैसे विषयों पर केंद्रित इस बैठक से यह उम्मीद जगी है कि आने वाले समय में विद्यालयों की स्थिति बेहतर होगी और छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
शिक्षा से ही समृद्ध समाज की नींव रखी जाती है
जनजागरूकता, प्रशासनिक समन्वय और शिक्षक-छात्र संवाद से ही शिक्षा की नींव मजबूत होगी। आइए, हम सब मिलकर शिक्षा को प्राथमिकता दें —
अपनी राय नीचे कमेंट करें, इस खबर को रेट करें और अपने मित्रों व शिक्षकों के साथ शेयर जरूर करें।