
#चतरा #धान_अधिग्रहण : लावालौंग प्रखंड कार्यालय परिसर में केंद्र का शुभारंभ, किसानों को मिलेगा 2450 रुपये प्रति क्विंटल मूल्य
- लावालौंग प्रखंड कार्यालय परिसर में धान अधिग्रहण केंद्र का विधिवत उद्घाटन।
- चतरा सांसद कालीचरण सिंह ने फीता काटकर केंद्र का शुभारंभ किया।
- किसानों से ₹2450 प्रति क्विंटल की दर से होगी धान की खरीद।
- पीएम किसान सम्मान निधि बंद होने का मामला सांसद के समक्ष उठाया गया।
- लावालौंग–पांकी मुख्य सड़क निर्माण की मांग एक बार फिर जोर पकड़ने लगी।
चतरा। लावालौंग प्रखंड कार्यालय परिसर में सोमवार को धान अधिग्रहण केंद्र का विधिवत उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम में चतरा लोकसभा क्षेत्र के सांसद कालीचरण सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने फीता काटकर केंद्र का शुभारंभ किया। इस अवसर पर किसानों, जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में सरकार की धान अधिप्राप्ति नीति को धरातल पर उतारने की दिशा में एक अहम कदम बढ़ाया गया।
कार्यक्रम में सांसद कालीचरण सिंह के साथ बीडीओ विपिन कुमार भारती, भाजपा नेता भोला साव, प्रखंड प्रमुख मनीषा देवी, सांसद प्रतिनिधि गोविंद ठाकुर, अमित चौबे, मुखिया नेमन भारती, जितेंद्र ठाकुर, विवेक केसरी, श्रवण रजक, विनोद प्रसाद आर्य सहित कई जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
₹2450 प्रति क्विंटल की दर से होगी धान की खरीद
उद्घाटन समारोह के दौरान पैक्स अध्यक्ष कलावती देवी ने जानकारी दी कि इस अधिग्रहण केंद्र के माध्यम से किसानों से 2450 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीद की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि किसानों को उनकी उपज का उचित और पारदर्शी मूल्य समय पर मिले, ताकि उन्हें बिचौलियों पर निर्भर न रहना पड़े।
उन्होंने किसानों से अपील की कि वे निर्धारित गुणवत्ता मानकों के अनुसार अपना धान अधिग्रहण केंद्र पर लाकर बेचें, जिससे उन्हें सरकारी दर का पूरा लाभ मिल सके।
पीएम किसान सम्मान निधि का मुद्दा उठा
कार्यक्रम के दौरान मुखिया नेमन भारती ने सांसद कालीचरण सिंह का ध्यान लावालौंग प्रखंड में उत्पन्न एक गंभीर समस्या की ओर आकृष्ट कराया। उन्होंने बताया कि पूर्व अंचलाधिकारी द्वारा पीएम किसान सम्मान निधि योजना को बंद कर दिया गया है, जिससे बड़ी संख्या में किसान लाभ से वंचित हो गए हैं और उन्हें आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इस मुद्दे पर सांसद कालीचरण सिंह ने चिंता जताते हुए कहा कि—
“किसानों से जुड़ी योजनाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मामले की शीघ्र जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी, ताकि पात्र किसानों को उनका अधिकार मिल सके।”
लावालौंग–पांकी मुख्य सड़क निर्माण का मुद्दा फिर गरमाया
धान अधिग्रहण केंद्र के उद्घाटन के दौरान ग्रामीणों ने एक बार फिर लावालौंग–पांकी मुख्य सड़क के निर्माण का मुद्दा सांसद के समक्ष मजबूती से उठाया। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क की बदहाल स्थिति के कारण आवागमन में भारी परेशानी होती है, खासकर किसानों को अपने उत्पाद बाजार और अधिग्रहण केंद्र तक पहुंचाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
ग्रामीणों की मांग पर सांसद कालीचरण सिंह ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि—
“लावालौंग–पांकी सड़क क्षेत्र के विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है। इसके निर्माण कार्य को जल्द स्वीकृति दिलाकर कार्य प्रारंभ कराया जाएगा।”
उनके इस आश्वासन के बाद ग्रामीणों में उम्मीद की नई किरण जगी।
किसानों के लिए राहत की पहल
धान अधिग्रहण केंद्र के खुलने से लावालौंग प्रखंड के किसानों को अब अपने धान की बिक्री के लिए दूर-दराज के केंद्रों का रुख नहीं करना पड़ेगा। इससे समय और परिवहन लागत दोनों की बचत होगी। साथ ही न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीद सुनिश्चित होने से किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलेगी।
जनप्रतिनिधियों और प्रशासन की संयुक्त पहल
कार्यक्रम के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने एक स्वर में कहा कि किसानों की सुविधा और हित सर्वोपरि है। अधिग्रहण प्रक्रिया को पारदर्शी, सुचारू और समयबद्ध तरीके से संचालित किया जाएगा, ताकि किसी भी किसान को परेशानी न हो।
न्यूज़ देखो: किसानों से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित रहा कार्यक्रम
धान अधिग्रहण केंद्र के उद्घाटन के साथ ही लावालौंग प्रखंड में किसानों से जुड़े अहम मुद्दे—चाहे वह पीएम किसान सम्मान निधि हो या सड़क निर्माण—एक बार फिर चर्चा के केंद्र में आ गए। सांसद द्वारा दिए गए आश्वासन अब प्रशासनिक कार्रवाई में कितनी जल्दी बदलते हैं, इस पर सबकी नजर टिकी रहेगी।
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