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बानो रेलवे स्टेशन की सुविधाओं के लिए सांसद प्रतिनिधि अजीत कुंडलना ने उठाई विस्तृत मांग

#बानो #रेलवे_सुविधा : सांसद कालीचरण मुंडा के लिए तैयार की गई रिपोर्ट में ट्रेनों के ठहराव और यात्रियों की जरूरतों पर दिया गया विशेष जोर

बानो (सिमडेगा): क्षेत्रीय विकास और जनसुविधा के मुद्दों को संसद तक पहुँचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए सांसद प्रतिनिधि सह बानो प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष श्री अजीत कुंडलना ने माननीय सांसद कालीचरण मुंडा को एक विस्तृत पत्र भेजा है। यह पत्र आगामी संसदीय सत्र के पूर्व सांसद द्वारा क्षेत्र से सुझाव एवं रिपोर्ट मंगाए जाने के क्रम में तैयार किया गया है। श्री कुंडलना ने इसमें बानो रेलवे स्टेशन से जुड़ी कई जनहितकारी मांगों और आवश्यक सुधारों का उल्लेख किया है।

बानो स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव की प्रमुख मांग

अपने पत्र में श्री कुंडलना ने स्पष्ट किया है कि रांची–राउरकेला रेल खंड में बानो रेलवे स्टेशन से होकर कई महत्वपूर्ण ट्रेनें गुजरती हैं, लेकिन यहां उनका ठहराव नहीं होता। उन्होंने मुरी एक्सप्रेस, धनबाद–भुवनेश्वर एक्सप्रेस और जयपुर–राउरकेला एक्सप्रेस जैसी प्रमुख ट्रेनों के बानो स्टेशन पर ठहराव की मांग की है ताकि स्थानीय यात्रियों को सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि इन ट्रेनों का ठहराव न केवल बानो बल्कि आसपास के क्षेत्रों के यात्रियों के लिए भी राहतकारी होगा।

अजीत कुंडलना ने कहा: “बानो क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है, लेकिन रेलवे सुविधाओं की कमी अब भी बड़ी समस्या है। सांसद महोदय से अनुरोध है कि इन मुद्दों को संसद में प्रमुखता से रखा जाए।”

रेलवे अस्पताल और फुटब्रिज निर्माण पर जोर

पत्र में श्री कुंडलना ने बानो रेलवे अस्पताल में डॉक्टर की नियुक्ति की आवश्यकता पर भी बल दिया है। उन्होंने कहा कि यात्रियों और रेलवे कर्मियों के लिए चिकित्सकीय सुविधा अत्यंत जरूरी है। साथ ही फुटब्रिज निर्माण की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में यात्रियों को प्लेटफॉर्म बदलने में असुविधा होती है, जिससे दुर्घटना का खतरा बना रहता है।

भिखराटोली बस्ती के 80 परिवारों के लिए रास्ते की जरूरत

अजीत कुंडलना ने अपने पत्र में एक और महत्वपूर्ण जनसुविधा का जिक्र करते हुए कहा कि बानो रेलवे स्टेशन की घेराबंदी से सटे भिखराटोली बस्ती के लगभग 80 परिवारों को आवागमन में कठिनाई होती है। उन्होंने सुझाव दिया कि घेराबंदी के बगल में लगभग 10 फीट का रास्ता छोड़ा जाए, जिससे स्थानीय निवासियों को राहत मिले।

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि बानो स्टेशन को पहले ही “अमृत भारत स्टेशन” के रूप में घोषित किया जा चुका है, और प्रतिदिन यहां से बड़ी संख्या में यात्री सफर करते हैं। इसलिए इन मांगों पर शीघ्र कार्रवाई जरूरी है ताकि स्टेशन की साख और यात्रियों की सुविधा दोनों बनी रहे।

स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सराहा पहल

श्री कुंडलना की इस पहल का स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों ने स्वागत किया है। उनका कहना है कि यह कदम न केवल बानो बल्कि पूरे क्षेत्र के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। लोगों ने आशा जताई है कि सांसद कालीचरण मुंडा आगामी सत्र में इन जनहित मुद्दों को संसद में प्राथमिकता से उठाएंगे।

न्यूज़ देखो: जनसुविधाओं की आवाज़ संसद तक

सांसद प्रतिनिधि अजीत कुंडलना का यह पत्र बताता है कि जब स्थानीय नेतृत्व सक्रिय होता है, तब विकास की आवाज़ संसद तक पहुँचती है। रेलवे सुविधाएं केवल यात्रा का साधन नहीं, बल्कि क्षेत्रीय विकास की रीढ़ हैं। बानो जैसे उभरते क्षेत्र में ट्रेनों के ठहराव और बुनियादी ढांचे का विस्तार स्थानीय अर्थव्यवस्था को नई दिशा दे सकता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

जनता की उम्मीदें और विकास की दिशा

बानो की जनता की यह उम्मीद केवल रेलवे तक सीमित नहीं, बल्कि यह क्षेत्रीय प्रगति की चाह का प्रतीक है। अब आवश्यक है कि प्रशासन और सांसद मिलकर इन मांगों को साकार करें ताकि यात्रियों की सुविधा और स्थानीय विकास दोनों आगे बढ़ें। आइए, हम सब मिलकर इस मुद्दे को आवाज़ दें। अपनी राय कमेंट करें और खबर को शेयर करें ताकि यह संदेश हर जनप्रतिनिधि तक पहुंचे।

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