#रांची #CM_सुखदेव_मुलाकात — खनिज, कृषि, पर्यटन, शिक्षा और सामाजिक कल्याण योजनाओं पर हुआ गंभीर विमर्श
- लोहरदगा सांसद सुखदेव भगत ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से की मुलाकात
- विकास योजनाओं, संसाधनों और क्षेत्रीय मुद्दों पर हुई लंबी बातचीत
- झारखंड में खनिज, कृषि और पर्यटन क्षेत्र में अपार संभावनाओं की चर्चा
- आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यकों के विकास की योजनाओं को गति देने पर सहमति
- लोहरदगा समाहरणालय भवन के शीघ्र उद्घाटन पर भी हुई बातचीत
जनकल्याण और संसाधन विकास पर केंद्रित रही मुलाकात
लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र के सांसद सुखदेव भगत ने मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से उनके आवास पर मुलाकात की। यह बैठक केवल औपचारिक नहीं थी, बल्कि राज्य और क्षेत्र के बहुआयामी विकास को लेकर गहन विमर्श का अवसर बनी।
मुलाकात के दौरान राज्य की जनकल्याणकारी योजनाएं, आर्थिक विकास, सामाजिक कल्याण, और सार्वजनिक बुनियादी ढांचे से जुड़े अनेक मुद्दों पर चर्चा हुई।
खनिज, कृषि और पर्यटन: झारखंड के आर्थिक इंजन
बातचीत में यह स्पष्ट हुआ कि झारखंड में खनिज संपदा की भरपूर उपलब्धता है और यह राज्य के आर्थिक विकास का मुख्य आधार हो सकता है।
सांसद सुखदेव भगत ने सुझाव दिया कि खनिज उद्योग को पर्यावरण के अनुकूल और स्थानीय रोजगार को बढ़ावा देने वाले तरीके से विकसित किया जाना चाहिए।
वहीं कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए सिंचाई प्रणाली, आधुनिक तकनीकों और बीज की सुगमता को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर बल दिया गया। इसके अलावा पर्यटन को आय और रोजगार का नया स्रोत मानते हुए इसके प्रचार-प्रसार पर भी चर्चा हुई।
शिक्षा और सामाजिक न्याय की दिशा में तेज़ी से कार्य की जरूरत
बैठक में शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर चिंता जताई गई और यह कहा गया कि इस दिशा में सरकारी और गैर-सरकारी दोनों स्तरों पर सुधारात्मक कदम उठाए जाने चाहिए।
आदिवासी, दलित एवं अल्पसंख्यक समाज के सशक्तिकरण और उनके हित में चलाई जा रही योजनाओं को तेजी से लागू करने की बात पर भी सहमति बनी।
लोहरदगा समाहरणालय भवन के उद्घाटन पर विशेष आग्रह
सांसद सुखदेव भगत ने मुख्यमंत्री से लोहरदगा जिले में नवनिर्मित समाहरणालय भवन का शीघ्र उद्घाटन कराने की अपील की, जिससे जिले की प्रशासनिक व्यवस्था को मजबूती मिले और आमजन को बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सके।

न्यूज़ देखो: समावेशी विकास की साझा सोच
इस बैठक से स्पष्ट है कि झारखंड के संसाधनों, जनसंख्या और विविधता को ध्यान में रखकर एक समावेशी विकास मॉडल की आवश्यकता है।
न्यूज़ देखो इस सकारात्मक पहल की सराहना करता है, जहां राजनीतिक मतभेद से ऊपर उठकर जनहित में संवाद और सहमति को प्राथमिकता दी जा रही है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जनप्रतिनिधियों की सक्रियता से मिलेगा जनकल्याण को नया बल
राज्य के विकास की रफ्तार तब और तेज़ होती है जब सांसद और मुख्यमंत्री जैसे जिम्मेदार जनप्रतिनिधि एक साथ बैठकर नीति निर्माण में भागीदारी निभाते हैं।
आइए, हम सभी नागरिक भी अपने स्तर पर सतर्क और जागरूक रहें, सुझाव दें और विकास की इस यात्रा में भागीदार बनें।
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