
#सिमडेगा #उद्यमिता_जागरूकता : WCSF फाउंडेशन ने जन जागरूकता में निभाई सक्रिय भूमिका।
- सिमडेगा में एमएसएमई क्षेत्र सुदृढ़ करने हेतु विशेष जागरूकता शिविर आयोजित।
- 21 उद्यमियों ने मौके पर ही एमएसएमई पंजीकरण कराया।
- ईओडीबी मैनेजर सलमान खुर्शीद और पंचायत मुखिया अगुस्ता डुंगडुंग ने कार्यक्रम में भाग लिया।
- डब्ल्यूसीएसएफ चैरिटीस्पिरिट फाउंडेशन के नंदकिशोर सेनापति ने व्यवसाय प्रशिक्षण और मार्गदर्शन प्रदान किया।
- शिविर में लगभग 100 प्रतिभागियों ने भाग लिया और स्वरोजगार व उद्यमिता की जानकारी प्राप्त की।
सिमडेगा जिले में पूर्वी-टैंसेर पंचायत भवन परिसर में आज एमएसएमई क्षेत्र को सुदृढ़ बनाने और नवोदित उद्यमियों को लाभान्वित करने हेतु विशेष उद्यमिता पंजीकरण एवं जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम झारखंड सरकार के उद्योग विभाग और झारखंड औद्योगिक अवसंरचना विकास निगम द्वारा विश्व बैंक समर्थित पहल के तहत आयोजित किया गया। शिविर का उद्देश्य जिले के नए और मौजूदा उद्यमियों को औपचारिक रूप से एमएसएमई इकाइयों के रूप में पंजीकृत करना, प्रक्रिया को सरल बनाना और सरकारी योजनाओं के लाभ से जोड़ना था।
पंजीकरण और प्रतिभागियों की सहभागिता
शिविर में प्रतिभागियों को ऑनलाइन उद्यम पंजीकरण की प्रक्रिया के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी दी गई और मौके पर 21 उद्यमियों ने पंजीकरण कराया। ईओडीबी मैनेजर जिला उद्योग केंद्र सलमान खुर्शीद ने कहा:
“एमएसएमई क्षेत्र देश की आर्थिक विकास की रीढ़ है और ऐसे जागरूकता शिविर स्वरोजगार तथा उद्यमिता को मजबूती प्रदान करते हैं।”
पूर्वी-टैंसेर पंचायत की मुखिया अगुस्ता डुंगडुंग ने स्थानीय निवासियों से अपील की कि वे अधिक से अधिक उद्यमियों और उद्योग स्थापित करने के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा कि इस तरह की पहल स्थानीय रोजगार सृजन और युवाओं में उद्यमशीलता की भावना को प्रोत्साहित करती है।
स्वरोजगार और प्रशिक्षण की जानकारी
पंचायत सचिव ने कार्यक्रम के दौरान किसानों, महिला समूहों और युवाओं को स्वरोजगार के विविध अवसरों के बारे में जानकारी दी और बताया कि एमएसएमई के माध्यम से इन अवसरों का व्यापक लाभ उठाया जा सकता है। डब्ल्यूसीएसएफ चैरिटीस्पिरिट फाउंडेशन ने भी शिविर में सक्रिय भागीदारी निभाई। फाउंडेशन के सूचना और सेवा अधिकारी नंदकिशोर सेनापति ने प्रतिभागियों को व्यवसाय आरंभ करने, प्रशिक्षण, मेंटरशिप और वित्तीय सहायता के विषय में मार्गदर्शन प्रदान किया।
रोजगार और उद्यमिता पर प्रभाव
शिविर में लगभग 100 प्रतिभागियों ने भाग लिया। उन्हें व्यावसायिक नियोजन, वित्तीय प्रबंधन, ब्रांडिंग और एमएसएमई इकाइयों के माध्यम से रोजगार सृजन के महत्व के बारे में जानकारी दी गई। इस पहल ने न केवल उद्यमियों को औपचारिक आर्थिक तंत्र से जोड़ा, बल्कि स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार को बढ़ावा देने, युवाओं में उद्यमशीलता की भावना विकसित करने और सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक सकारात्मक कदम के रूप में अपनी पहचान बनाई।

न्यूज़ देखो: सिमडेगा में एमएसएमई पंजीकरण शिविर से स्वरोजगार को नया प्रोत्साहन
यह शिविर दर्शाता है कि राज्य और जिला प्रशासन युवा उद्यमियों और स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने के लिए सक्रिय प्रयास कर रहे हैं। अधिकारियों और फाउंडेशन की भागीदारी से ग्रामीण और युवा वर्ग में आत्मविश्वास और उद्यमशीलता की भावना को मजबूती मिली है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जागरूक बनें, स्वरोजगार अपनाएँ
अपने कौशल और प्रतिभा को पहचानें और एमएसएमई पंजीकरण के माध्यम से स्वरोजगार के अवसरों का लाभ उठाएँ। अपने दोस्तों और परिवार को इस जानकारी से अवगत कराएँ, और समाज में उद्यमिता की भावना फैलाएँ। सक्रिय बनें, सीखें और आगे बढ़ें।





