
#लातेहार #बरवाडीहसड़कसमस्या : 2 किलोमीटर सड़क निर्माण में संवेदक की लापरवाही — पुलिया निर्माण अधूरा, मिट्टी डालने से फैला कीचड़
- बरवाडीह के कुचिला पंचायत से बरवागड़ा तक सड़क निर्माण में फैला कीचड़
- पुल निर्माण में डायवर्सन नहीं होने से ग्रामीणों की आवाजाही बाधित
- 2 करोड़ की लागत वाली सड़क में दर्जनों वाहन हो रहे फंसे
- स्थानीय जनप्रतिनिधियों और कांग्रेस नेता ने उठाई सवालों की झड़ी
- उपायुक्त से निर्माण एजेंसी पर कार्रवाई की मांग
जगह-जगह फैला कीचड़, ग्रामीणों और वाहनों की राह मुश्किल
बरवाडीह (लातेहार) — बरवाडीह प्रखंड के कुचिला पंचायत भवन से बरवागड़ा तक बन रही 2 किलोमीटर लंबी सड़क अब ग्रामीणों की मुसीबत बन गई है। ग्रामीण विकास विभाग की इस योजना पर करीब 2 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन संवेदक की लापरवाही से सड़क की स्थिति बदतर हो गई है।
ग्रामीणों ने बताया कि सड़क पर कई जगह कीचड़ जमा है, जिससे पैदल चलना और वाहनों का निकलना बेहद कठिन हो गया है। बरसात में हालात और बिगड़ गए हैं क्योंकि पुल निर्माण अधूरा है और दोनों ओर खेतों में पानी भर जाने से रास्ता बंद हो चुका है।
पुल निर्माण के समय नहीं बनाया गया डायवर्सन
सबसे बड़ी लापरवाही यह रही कि पुलिया निर्माण के दौरान डायवर्सन नहीं बनाया गया। अब बारिश में आधा-अधूरा पुल काम नहीं आ रहा, और ऊपर से मिट्टी डाल देने से फिसलन और कीचड़ और बढ़ गया है। ग्रामीणों ने बताया कि रोज दर्जनों गाड़ियां इस कीचड़ में फंस जाती हैं।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया: “सड़क से गुजरना तो दूर, खड़े रहना भी मुश्किल है। बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग – सभी को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।”
मुंशी टालता रहा शिकायतें, एजेंसी पर गंभीर आरोप
सड़क निर्माण की समस्या लेकर जब ग्रामीण मुंशी सुरेश सिंह से बात करते हैं तो वह रोज टाल मटोल करता है, जिससे लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। संवेदक और एजेंसी पर गुणवत्ता में लापरवाही के आरोप लगे हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
मुखिया शत्रोहन सिंह ने कहा: “पुल निर्माण में संवेदक ने लापरवाही बरती है। डायवर्सन न होने से लोग कीचड़ में फंस रहे हैं।”
कांग्रेस नेता निजामुद्दीन अंसारी ने कहा: “काम में गुणवत्ता की भारी कमी है। हम उपायुक्त से मांग करते हैं कि वे इस पर संज्ञान लें और कार्रवाई करें।”
विकास के नाम पर संकट, ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ा
सड़क के लिए सरकार की ओर से बड़ी राशि स्वीकृत हुई, लेकिन नतीजा यह कि अब विकास का काम लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। कई ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द समाधान नहीं किया गया, तो वे विरोध प्रदर्शन करेंगे।
ग्रामीणों ने उपायुक्त से मांग की है कि संवेदक और कार्य एजेंसी की जांच की जाए, और काम में सुधार लाने के लिए दबाव बनाया जाए, ताकि बरसात के इस कठिन समय में लोगों को राहत मिल सके।
न्यूज़ देखो: संवेदकों की मनमानी पर जनता की नाराज़गी
बरवाडीह में सड़क निर्माण को लेकर जो हालात हैं, वो साफ दिखाते हैं कि विकास योजनाओं में संवेदकों की लापरवाही कैसे जनता की पीड़ा बन जाती है। न्यूज़ देखो इस मुद्दे को ज़ोरदार तरीके से सामने लाते हुए प्रशासन से मांग करता है कि सड़क निर्माण में हो रही खामियों की जांच हो और संबंधित एजेंसी पर कठोर कार्रवाई की जाए।
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