- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आमंत्रण स्वीकार करना: शिवरात्रि महोत्सव समिति ने मुख्यमंत्री को 26 फरवरी 2025 को शिव बारात में शामिल होने के लिए आमंत्रण पत्र सौंपा।
- शिव बारात महोत्सव: महाशिवरात्रि के अवसर पर देवघर में आयोजित होने वाला यह महोत्सव भव्य शोभायात्रा, सांस्कृतिक कार्यक्रम और विशेष पूजा से भरा होता है।
- मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया: मुख्यमंत्री ने धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों में सक्रिय भागीदारी की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
- समिति की जिम्मेदारी: शिवरात्रि महोत्सव समिति आयोजन की सभी तैयारियों की जिम्मेदारी निभाती है और मुख्यमंत्री के सहयोग से इसे और भी भव्य बनाने की योजना है।
- मुख्यमंत्री की उपस्थिति का महत्व: मुख्यमंत्री की उपस्थिति से आयोजन की गरिमा बढ़ेगी और राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री से शिवरात्रि महोत्सव समिति की मुलाकात
रांची में, शिवरात्रि महोत्सव समिति के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की और उन्हें आगामी 26 फरवरी 2025 को आयोजित होने वाली शिव बारात में शामिल होने का आमंत्रण पत्र सौंपा। इस अवसर पर समिति ने मुख्यमंत्री को महाशिवरात्रि के अवसर पर देवघर में होने वाले इस भव्य आयोजन में भाग लेने के लिए आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस आमंत्रण को स्वीकार करते हुए कहा कि राज्य सरकार धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों में हमेशा सक्रिय भागीदारी करती है। उन्होंने कहा,
“हमारे राज्य की संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा देने के लिए ऐसे आयोजनों का समर्थन करना हमारी प्राथमिकता है।”
मुख्यमंत्री ने आयोजन के महत्व को स्वीकार करते हुए अपनी पूरी मदद और समर्थन देने का आश्वासन दिया।
शिव बारात महोत्सव की विशेषताएँ
देवघर में हर वर्ष महाशिवरात्रि के अवसर पर शिव बारात महोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन बाबा वैद्यनाथधाम में विशेष पूजा-अर्चना, भव्य शोभायात्रा और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं। श्रद्धालु दूर-दूर से इस महोत्सव में भाग लेने के लिए देवघर आते हैं।
समिति की भूमिका और आयोजन की तैयारी
शिवरात्रि महोत्सव समिति आयोजन की सभी तैयारियों की जिम्मेदारी संभालती है। समिति के अध्यक्ष ने कहा, “हम मुख्यमंत्री के साथ मिलकर इस महोत्सव को और भी भव्य बनाने की योजना बना रहे हैं, ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव मिल सके।”
आयोजन की विशेषताएँ
- शोभायात्रा: बाबा वैद्यनाथधाम से शुरू होकर शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए मंदिर तक पहुंचती है।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम: स्थानीय कलाकारों द्वारा भक्ति गीत, नृत्य और नाटक प्रस्तुत किए जाते हैं।
- विशेष पूजा: रात्रि 12 बजे के बाद बाबा वैद्यनाथ की विशेष पूजा-अर्चना होती है।
मुख्यमंत्री की उपस्थिति का महत्व
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की उपस्थिति से आयोजन को विशेष महत्व मिलेगा और राज्य सरकार की धार्मिक आयोजनों के प्रति प्रतिबद्धता प्रदर्शित होगी। यह स्थानीय समुदाय के लिए गर्व का विषय है और महोत्सव को और भी भव्य और सम्मानजनक बनाएगा।
शिव बारात महोत्सव देवघर की संस्कृति और धार्मिकता का प्रतीक है। मुख्यमंत्री की उपस्थिति से इस महोत्सव की गरिमा और बढ़ेगी, जिससे राज्य की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को और भी मजबूती मिलेगी। यह आयोजन न केवल श्रद्धालुओं के लिए बल्कि राज्य की धार्मिक विविधता और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने का भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
मुख्यमंत्री की उपस्थिति से इस आयोजन की सफलता और भव्यता में वृद्धि होगी, और राज्य सरकार की धार्मिक आयोजनों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाया जाएगा। ‘न्यूज़ देखो’ के साथ जुड़े रहिए, हर महत्वपूर्ण अपडेट के लिए।