
#हुसैनाबाद #शोकसभा : 105 वर्षीय मुनेश्वरी कुंवर के निधन से क्षेत्र में शोक की लहर, ग्रामीणों ने भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
- मुनेश्वरी कुंवर (105 वर्ष) का आकस्मिक निधन, कई दिनों से थीं अस्वस्थ।
- काजरात कररबार नदी तट पर हिन्दू रीति से अंतिम संस्कार संपन्न।
- मुखाग्नि छोटे सुपुत्र शंकर यादव ने दी।
- निधन की खबर से क्षेत्र में शोक की गहरी लहर।
- विधायक संजय कुमार सिंह यादव, कई जनप्रतिनिधि व समाजसेवी हुए उपस्थित।
- हजारों लोगों ने श्रद्धांजलि, दो मिनट का मौन व आत्मा की शांति की प्रार्थना की।
पलामू। हुसैनाबाद प्रखंड के काजरात निवासी समाजसेवी श्रीराम यादव की माता और स्थानीय पत्रकार कृष्णा यादव की दादी मुनेश्वरी कुंवर का करीब 105 वर्ष की आयु में आकस्मिक निधन हो गया। वे पिछले कई दिनों से अस्वस्थ थीं और शुक्रवार देर शाम उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की सूचना मिलते ही आसपास के क्षेत्रों में शोक की लहर फैल गई, क्योंकि वे न सिर्फ एक मृदुभाषी और कुशल गृहणी थीं बल्कि समाजसेवा में भी निरंतर जुड़ी रहती थीं। वे अपने पीछे पुत्र, पुत्री, नाती-पोते और परपोते सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गई हैं।
शनिवार सुबह 11:30 बजे उनका अंतिम संस्कार काजरात कररबार नदी स्थित श्मशान घाट पर पूर्ण हिंदू रीति-रिवाजों से किया गया। मुखाग्नि उनके छोटे सुपुत्र शंकर यादव ने दी। अंतिम यात्रा में इलाके के हजारों लोग शामिल हुए और सभी ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
उनकी मृत्यु पर हुसैनाबाद विधायक संजय कुमार सिंह यादव, वरिष्ठ राजद नेता विनय यादव, पूर्व जिप उपाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह, मुखिया सुदामा यादव, अमरेंद्र ठाकुर, शिवशंकर यादव, पत्रकार विनोद सागर, विकास कुमार, मनोज प्रजापति सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों, राजनीतिक व गैर-राजनीतिक दलों के नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया। सभी ने कहा कि मुनेश्वरी कुंवर का व्यक्तित्व सामाजिक समरसता और सेवा भाव से परिपूर्ण था, और उनका जाना समाज के लिए अपूरणीय क्षति है।
शवयात्रा में राजद युवा नेता सह प्रदेश महासचिव रवि कुमार यादव, मुखिया अनंती देवी, समिति सदस्य सरिता देवी, पूर्व मुखिया रामलखन यादव, शिक्षक व समाजसेवी, पंचायत प्रतिनिधि और विभिन्न गांवों के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए। सभी ने परिवार को सांत्वना दी और ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने की प्रार्थना की।
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उनका जीवन लोगों की सहायता, सरलता और सामाजिक समरसता का परिचायक था। ऐसे व्यक्तित्व पीढ़ियों को प्रेरणा देते हैं।
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जीवन का सार सेवा में
मुनेश्वरी कुंवर की सामाजिक चेतना हमें मानवता की राह पर चलने की प्रेरणा देती है। आइए, हम सब समाज में सकारात्मक योगदान देने का संकल्प लें। अपनी राय साझा करें और खबर को आगे बढ़ाएं ताकि प्रेरणा का संदेश दूर तक पहुँचे।





