
#गढ़वा #हत्या : मंडरा गांव में युवक की गोली मारकर हत्या — उग्र लोगों ने शव के साथ किया सड़क जाम
- कांडी थाना क्षेत्र के मंडरा गांव में 32 वर्षीय सुनील पासवान की गोली मारकर हत्या
- पुलिस द्वारा गिरफ्तारी नहीं होने से आक्रोशित लोगों ने तीन घंटे तक शव नहीं उठाने दिया
- एसडीपीओ गढ़वा और नगर ऊंटारी मौके पर पहुंचकर कर रहे समझाने की कोशिश
- स्थानीय विधायक नरेश सिंह भी पहुंचे घटना स्थल, परिजनों से की बात
- मुआवजा और तत्काल गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं ग्रामीण
मंडरा गांव में युवक की दिनदहाड़े हत्या
गढ़वा जिले के कांडी थाना क्षेत्र अंतर्गत मंडरा गांव में उस वक्त सनसनी फैल गई जब 32 वर्षीय सुनील पासवान की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद पूरे इलाके में आक्रोश का माहौल है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, सुनील पासवान को अज्ञात हमलावरों ने गोली मारी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। गोलीकांड के पीछे की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन पुलिस को पुरानी विवाद की आशंका है।
शव उठाने से इंकार, सड़क पर आक्रोश
हत्या के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने शव को घटनास्थल से उठाने से मना कर दिया। वे मुआवजा, अपराधियों की गिरफ्तारी और पुलिस कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। लगभग तीन घंटे तक शव को सड़क पर रखकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
एक ग्रामीण ने कहा: “जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं होते और मुआवजा नहीं मिलता, हम शव नहीं उठाने देंगे। ये हत्या प्रशासन की नाकामी का परिणाम है।”
अधिकारी मौके पर पहुंचे, चल रहा है समझौता प्रयास
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए गढ़वा एसडीपीओ और नगर ऊंटारी थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को शांत करने की कोशिश की और भरोसा दिलाया कि जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी और उचित मुआवजा देने की सिफारिश की जाएगी।
स्थानीय विधायक नरेश सिंह ने भी मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की और घटना की जानकारी ली। उन्होंने प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की।
विधायक नरेश सिंह ने कहा: “यह घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए हम हर स्तर पर प्रयास करेंगे।”
पुलिस की प्रारंभिक जांच शुरू
पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर कर सबूत जुटाने का काम शुरू कर दिया है।
न्यूज़ देखो: हत्या और व्यवस्था दोनों सवालों के घेरे में
सुनील पासवान की हत्या और उसके बाद ग्रामीणों का आक्रोश यह दर्शाता है कि प्रशासनिक तंत्र पर लोगों का भरोसा लगातार टूट रहा है। न्यूज़ देखो इस घटना को सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि ग्रामीण जनसुरक्षा और न्याय प्रणाली की बड़ी विफलता मानता है।
यदि समय रहते पुलिस ने कार्रवाई की होती या गांव में शांति व्यवस्था मजबूत होती, तो शायद ये हालात नहीं बनते — हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
अपराध के खिलाफ एकजुट हों, न्याय की मांग करें
हम सबकी जिम्मेदारी है कि ऐसी घटनाओं पर सिर्फ दुख जताकर न रुकें, बल्कि संविधान और कानून के दायरे में रहकर आवाज उठाएं।
इस खबर को साझा करें ताकि शासन और प्रशासन तक जनता की आवाज पहुंचे।
कॉमेंट करें: क्या आप मानते हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाना चाहिए?