#पलामू #पंचायत : जनता की आवाज़ दबाने वाले का असली चेहरा उजागर, आक्रोशित ग्रामीण बोले अब और बर्दाश्त नहीं
- जोगा पंचायत में मुखिया पति की दबंगई का ऑडियो क्लिप वायरल।
- विकास कार्यों पर सवाल उठाने वाले ग्रामीण को गाली-गलौज और धमकी।
- सड़क टूटी, आवास योजना अधर में, बुद्ध पेंशन ठप – जनता त्रस्त।
- पंचायत में भ्रष्टाचार और दबंगई का असली चेहरा आया सामने।
- ग्रामीणों की मांग – जांच, कार्रवाई और सार्वजनिक माफी।
पलामू / ऊटारी रोड: जोगा पंचायत में लोकतंत्र की मर्यादा तार-तार हो गई है। पंचायत की मुखिया कमला देवी के पति का एक ऑडियो क्लिप वायरल हो गया है, जिसमें वे जनता के सवालों का जवाब देने के बजाय गाली-गलौज और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते सुने जा सकते हैं। इस घटना ने पूरे इलाके में आक्रोश फैला दिया है और पंचायत की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
भ्रष्टाचार और दबंगई का ऑडियो सबूत
यह ऑडियो क्लिप केवल एक झगड़े का प्रमाण नहीं बल्कि पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी का खुला सबूत है। ग्रामीण विकाश कुमार मेहरा ने जब पंचायत की जर्जर सड़क, अधर में लटकी आवास योजना और ठप पड़ी बुद्ध पेंशन जैसी समस्याओं पर सवाल उठाया तो उन्हें अपमानजनक शब्दों और धमकियों का सामना करना पड़ा।
जनता की आवाज़ दबाने की कोशिश
पंचायत का काम जनता की समस्याओं का समाधान करना है, लेकिन यहाँ तस्वीर उलट है। जनता सवाल पूछ रही है और प्रतिनिधियों की जगह उनके परिजन धमकी और गाली देकर उन्हें चुप कराने की कोशिश कर रहे हैं। यह केवल एक व्यक्ति का अपमान नहीं बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या है।
ग्रामीणों की स्पष्ट मांगें
घटना के बाद ग्रामीणों ने प्रशासन और उच्च अधिकारियों से तीन ठोस मांगें रखी हैं—
- वायरल ऑडियो की जांच कर दोषियों पर कानूनी कार्रवाई हो।
- पंचायत कार्यों में मुखिया पति का दखल तुरंत बंद हो।
- जनता से अभद्र भाषा बोलने और अपमान करने पर सार्वजनिक माफी अनिवार्य हो।
आक्रोशित जनता की चेतावनी
जोगा पंचायत के ग्रामीणों ने साफ कहा है कि अब वे चुप नहीं बैठेंगे। विकास कार्यों को पंगु बनाने और जनता की आवाज़ दबाने की हर कोशिश का डटकर विरोध होगा। उनका कहना है कि अगर प्रशासन ने सख्त कदम नहीं उठाए तो जनता स्वयं एकजुट होकर लोकतांत्रिक तरीके से जवाब देगी।
न्यूज़ देखो: लोकतंत्र का अपमान बर्दाश्त नहीं
जोगा पंचायत का यह मामला केवल एक पंचायत तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे राज्य के लिए चेतावनी है। यदि जनता की आवाज़ को दबाने और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले रवैये पर समय रहते अंकुश नहीं लगाया गया तो यह लोकतंत्र की जड़ों को कमजोर करेगा।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
अब जनता ही तय करेगी असली जवाबदेही
समय आ गया है कि पंचायत की असली ताकत, यानी जनता, अपनी आवाज़ को और बुलंद करे। यह ज़रूरी है कि हर नागरिक सवाल पूछे और पारदर्शिता की मांग करे। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि दबंगई और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ और मजबूत हो सके।