- नामकुम खटाल में हुई मारपीट की घटना को लेकर राजद व यादव समाज प्रतिनिधिमंडल ने श्रम मंत्री से की मुलाकात।
- प्रतिनिधिमंडल में कैलाश यादव, अनीता यादव, बबन यादव सहित कई लोग शामिल।
- पुलिस पर निर्दोष लोगों को परेशान करने का आरोप।
- श्रम मंत्री ने रांची एसएसपी से बात कर निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया।
- मुख्यमंत्री से वार्ता कर स्थिति स्पष्ट करने की मांग।
मंत्री से मुलाकात कर जताई चिंता
बुधवार को राजद एवं यादव समाज के प्रतिनिधिमंडल ने झारखंड सरकार के श्रम मंत्री संजय प्रसाद यादव से विधानसभा मंत्री कक्ष में मुलाकात की। इस दौरान नामकुम खटाल में जोरार बस्ती के लोगों द्वारा यादव परिवार पर हुए हमले और उसके बाद की पुलिस कार्रवाई को लेकर विस्तार से चर्चा हुई।
पुलिस पर पक्षपात का आरोप
प्रतिनिधिमंडल में मौजूद कैलाश यादव, अनीता यादव, बबन यादव, रंजन यादव, मदन यादव, श्यामदास सिंह यादव, अभय सिंह, डॉ. मनोज कुमार सहित अन्य सदस्यों ने मंत्री को बताया कि नामकुम थाना प्रभारी मनोज कुमार और डीएसपी अमर पांडेय द्वारा पुलिसिया कार्रवाई एकतरफा तरीके से की जा रही है। निर्दोष लोगों को अपराधियों की तरह पकड़कर डराया धमकाया जा रहा है, जिससे परिवारों में दहशत का माहौल बन गया है।
घटना का विवरण
होलिका दहन के दिन जोरार बस्ती के करीब 300 आदिवासी लोग नामकुम खटाल में घुस आए और यादव परिवारों पर हमला कर दिया। ईंट-पत्थर चलने से दर्जनों लोग घायल हो गए। इस दौरान जोरार बस्ती का सोनू मुंडा नामक युवक धक्का-मुक्की में गिरकर घायल हो गया, जिसकी इलाज के दौरान रिम्स अस्पताल में मृत्यु हो गई। प्रतिनिधिमंडल ने इस घटना पर दुख जताते हुए शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की।
मंत्री ने दिलाया निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा
श्रम मंत्री संजय प्रसाद यादव ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए रांची एसएसपी चंदन सिन्हा से दूरभाष पर बातचीत की। उन्होंने निर्दोषों को परेशान न करने और निष्पक्ष जांच करने का आग्रह किया। इस पर एसएसपी ने आश्वस्त किया कि कोई भी निर्दोष व्यक्ति गिरफ्तार नहीं किया जाएगा और पुलिस पूरी निष्पक्षता से कार्य करेगी।
मुख्यमंत्री से बात करने की मांग
यादव समाज की ओर से मंत्री को आग्रह किया गया कि वे इस मामले को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के समक्ष भी रखें और राज्यभर में व्याप्त रोष और तनाव को देखते हुए त्वरित समाधान की पहल करें। प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन से एकतरफा कार्रवाई रोकने और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने की मांग की।
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घटना के बाद पूरे समाज में असंतोष और चिंता का माहौल है। सवाल यह है कि क्या प्रशासन निष्पक्ष कार्रवाई करेगा? क्या निर्दोष लोगों को न्याय मिलेगा? जुड़े रहिए ‘न्यूज़ देखो’ के साथ — हर खबर पर रहेगी हमारी नज़र!