
#कोलेबिरा #नारीपैडसेवा_केंद्र : गोबरधंसा गांव में महिलाओं के स्वास्थ्य व स्वच्छता को सशक्त करने की पहल।
कोलेबिरा प्रखंड के नवाटोली पंचायत अंतर्गत गोबरधंसा गांव में महिलाओं के स्वास्थ्य और स्वच्छता को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से नारी पैड सेवा केंद्र का शुभारंभ किया गया। केंद्र का उद्घाटन ब्लॉक कॉर्डिनेटर श्रवण सिंह ने फीता काटकर किया। इस अवसर पर सेंटर इंचार्ज विद्या देवी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं उपस्थित रहीं। यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में मासिक धर्म स्वच्छता को लेकर जागरूकता बढ़ाने और सस्ती दरों पर सैनिटरी पैड उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
- नवाटोली पंचायत के गोबरधंसा गांव में नारी पैड सेवा केंद्र का शुभारंभ।
- ब्लॉक कॉर्डिनेटर श्रवण सिंह ने फीता काटकर केंद्र का उद्घाटन किया।
- सेंटर इंचार्ज विद्या देवी रहीं विशेष रूप से उपस्थित।
- ग्रामीण महिलाओं व किशोरियों को सस्ती दरों पर सैनिटरी पैड उपलब्ध होंगे।
- मासिक धर्म स्वच्छता, स्वास्थ्य जानकारी और जागरूकता कार्यक्रम भी संचालित होंगे।
कोलेबिरा प्रखंड के सुदूर ग्रामीण क्षेत्र नवाटोली पंचायत के गोबरधंसा गांव में नारी पैड सेवा केंद्र का शुभारंभ महिलाओं के स्वास्थ्य अधिकारों की दिशा में एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा रहा है। लंबे समय से ग्रामीण क्षेत्रों में मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता की सुविधाओं का अभाव महिलाओं और किशोरियों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता रहा है। इस केंद्र के खुलने से स्थानीय महिलाओं को अब आसानी से आवश्यक सामग्री उपलब्ध हो सकेगी। कार्यक्रम के दौरान महिलाओं में उत्साह और संतोष का भाव स्पष्ट रूप से देखने को मिला।
नारी पैड सेवा केंद्र का उद्देश्य
नारी पैड सेवा केंद्र की स्थापना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं और किशोरियों को मासिक धर्म के दौरान सुरक्षित, स्वच्छ और किफायती विकल्प उपलब्ध कराना है। आज भी कई गांवों में महिलाएं जागरूकता और संसाधनों की कमी के कारण अस्वास्थ्यकर तरीकों का उपयोग करने को मजबूर होती हैं। इस केंद्र के माध्यम से न केवल सैनिटरी पैड उपलब्ध कराए जाएंगे, बल्कि मासिक धर्म से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने का भी प्रयास किया जाएगा।
उद्घाटन अवसर पर श्रवण सिंह का संबोधन
उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ब्लॉक कॉर्डिनेटर श्रवण सिंह ने कहा:
श्रवण सिंह ने कहा: “ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं और किशोरियों को मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। नारी पैड सेवा केंद्र की शुरुआत से अब उन्हें सस्ती दरों पर और आसानी से सैनिटरी पैड उपलब्ध हो सकेंगे, जिससे महिलाओं का स्वास्थ्य सुरक्षित रहेगा और उनमें जागरूकता भी बढ़ेगी।”
उन्होंने आगे कहा कि स्वास्थ्य और स्वच्छता किसी भी समाज की प्रगति का आधार होती है और इस दिशा में पंचायत स्तर पर ऐसे केंद्रों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
सेंटर इंचार्ज विद्या देवी की भूमिका
केंद्र की सेंटर इंचार्ज विद्या देवी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस सेवा केंद्र के माध्यम से पंचायत की महिलाओं को नियमित रूप से नारी पैड उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके साथ ही महिलाओं को मासिक धर्म स्वच्छता, व्यक्तिगत स्वास्थ्य देखभाल और संक्रमण से बचाव से संबंधित जानकारी भी दी जाएगी।
विद्या देवी ने कहा: “यह केंद्र महिलाओं के लिए केवल सामग्री वितरण का स्थान नहीं होगा, बल्कि यह एक जागरूकता केंद्र के रूप में भी कार्य करेगा। इससे महिलाओं में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।”
ग्रामीण महिलाओं में दिखा उत्साह
नारी पैड सेवा केंद्र के शुभारंभ के अवसर पर उपस्थित स्थानीय ग्रामीणों और महिलाओं ने इस पहल की खुलकर सराहना की। महिलाओं का कहना था कि अब उन्हें सैनिटरी पैड के लिए दूर के बाजारों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। इससे समय और पैसे दोनों की बचत होगी और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में भी कमी आएगी।
स्वास्थ्य और स्वच्छता की दिशा में प्रभाव
यह पहल केवल गोबरधंसा गांव तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि आसपास के क्षेत्रों की महिलाओं को भी इसका लाभ मिलने की उम्मीद है। केंद्र के खुलने से लचरागढ़ पंचायत सहित आस-पास के गांवों की महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का सीधा लाभ मिलेगा। विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह की पहल से संक्रमण, एनीमिया और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं में कमी लाई जा सकती है।
महिला सशक्तिकरण की ओर कदम
नारी पैड सेवा केंद्र महिलाओं को स्वास्थ्य के साथ-साथ आत्मसम्मान और आत्मनिर्भरता की दिशा में भी आगे बढ़ाने का कार्य करेगा। जब महिलाएं स्वस्थ और जागरूक होंगी, तभी वे समाज और परिवार में अपनी भूमिका को सशक्त रूप से निभा सकेंगी। स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन की संभावना भी इस पहल को और अधिक महत्वपूर्ण बनाती है।
न्यूज़ देखो: ग्रामीण स्वास्थ्य बदलाव की मजबूत नींव
गोबरधंसा गांव में नारी पैड सेवा केंद्र का शुभारंभ यह दर्शाता है कि छोटे स्तर की पहल भी बड़े सामाजिक बदलाव की नींव रख सकती है। महिलाओं के स्वास्थ्य और स्वच्छता पर केंद्रित यह कदम प्रशासन और समाज की साझा जिम्मेदारी को उजागर करता है। अब यह देखना अहम होगा कि इस मॉडल को अन्य पंचायतों में किस तरह विस्तार दिया जाता है। ऐसे प्रयास ही ग्रामीण भारत में वास्तविक बदलाव ला सकते हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
स्वास्थ्य से सशक्तिकरण तक की यात्रा
महिलाओं का स्वास्थ्य सशक्त समाज की पहली शर्त है। नारी पैड सेवा केंद्र जैसी पहलें न केवल सुविधाएं देती हैं, बल्कि सोच में भी बदलाव लाती हैं। जब महिलाएं जागरूक होंगी, तभी परिवार और समाज आगे बढ़ेगा।
आप भी ऐसे प्रयासों को समर्थन दें, महिलाओं के स्वास्थ्य पर खुलकर बात करें और सकारात्मक बदलाव का हिस्सा बनें।





