
#सिमडेगा #लोकअदालत : चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान ने ऑनलाइन किया उद्घाटन
- सिमडेगा व्यवहार न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन।
- माननीय चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान ने ऑनलाइन माध्यम से किया उद्घाटन।
- कुल 07 बेंचों का गठन कर दीवानी, फौजदारी व अन्य वादों का निपटारा।
- 18,263 मामलों का निष्पादन, ₹1,75,08,560 की राशि का समाधान।
- लोक अदालत को बताया गया सरल और सस्ता न्याय का माध्यम।
सिमडेगा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस अवसर का शुभारंभ झारखंड उच्च न्यायालय के माननीय चीफ जस्टिस श्री तरलोक सिंह चौहान ने ऑनलाइन माध्यम से किया। कार्यक्रम में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष राजीव कुमार सिन्हा, पुलिस अधीक्षक एम. अर्शी और जिला बार एसोसिएशन अध्यक्ष मौजूद रहे। दीप प्रज्ज्वलित कर औपचारिक शुरुआत की गई।
सात बेंचों का गठन, कई मामलों का समाधान
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजीव कुमार सिन्हा ने जानकारी दी कि इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल सात बेंचों का गठन हुआ। इनमें दीवानी एवं सुलहनीय फौजदारी मामलों के साथ बैंक, बिजली, चेक बाउंस, MACT और परिवहन से जुड़े वादों का निपटारा आपसी समझौते के आधार पर किया गया।
18263 मामले निपटे, ₹1.75 करोड़ का निपटारा
आयोजित लोक अदालत में कुल 18,263 मामलों का निष्पादन किया गया। साथ ही ₹1,75,08,560 की राशि का निपटारा हुआ। इस दौरान वादी और प्रतिवादी पक्षों को आपसी सहमति से लाभ उठाने की अपील की गई।
लोक अदालत की अहमियत
अधिकारियों ने बताया कि लोक अदालत न्याय पाने का सरल, सुलभ और किफायती साधन है। यह न केवल आम नागरिकों के लिए सुविधाजनक है बल्कि अदालतों पर बढ़ते बोझ को कम करने का भी प्रभावी विकल्प है।



न्यूज़ देखो: लोक अदालत न्याय का सुलभ मार्ग
राष्ट्रीय लोक अदालत के जरिए हजारों मामलों का आपसी सहमति से निपटारा हुआ। यह न्याय की सुलभता और संवाद के महत्व को रेखांकित करता है।
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न्याय सबके लिए
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