Site icon News देखो

नवजीवन अस्पताल के प्रबंधक डॉ. एशली जॉन का हार्ट अटैक से निधन, चिकित्सा जगत और समुदाय में शोक

#पलामू #डॉक्टरनिधन – दिल्ली यात्रा के दौरान हृदयगति रुकने से हुआ आकस्मिक निधन — नवजीवन अस्पताल सतबरवा में मनी शोक सभा, ओपीडी सेवा एक दिन रहेगी बंद

अचानक यात्रा के दौरान आई तकलीफ, डेहरी ऑन सोन में हुई मौत

बुधवार को नवजीवन अस्पताल, तुम्बागड़ा के प्रबंधक एवं वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. एशली जॉन का हृदयगति रुकने से निधन हो गया। 40 वर्षीय डॉ. जॉन, एक आधिकारिक बैठक में भाग लेने के लिए छह सहयोगियों के साथ दिल्ली जा रहे थे। यात्रा के दौरान जब उनकी ट्रेन बिहार के डेहरी ऑन सोन स्टेशन पर रुकी, तब उन्होंने अचानक बेचैनी की शिकायत की।

उनकी स्थिति बिगड़ती देख उन्हें तत्काल स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। यह दुखद घटना बुधवार दोपहर लगभग 3 बजे की बताई जा रही है।

केरल निवासी थे, पलामू में सेवा भाव से बना लिया था स्थान

डॉ. एशली जॉन मूलतः केरल के कोच्चि निवासी थे। वे पिछले तीन वर्षों से नवजीवन अस्पताल में प्रबंधक के पद पर कार्यरत थे। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने सामाजिक सेवा, स्वास्थ्य कैंप और चैरिटी चिकित्सा सेवाओं में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

स्थानीय लोग और अस्पताल कर्मचारी उन्हें एक सरल, सहृदय और प्रतिबद्ध डॉक्टर के रूप में जानते थे। उनकी असामयिक मृत्यु से सतबरवा और पलामू जिले में शोक की लहर है।

अस्पताल परिसर में हुई शोकसभा, ओपीडी सेवा रहेगी बंद

अस्पताल प्रबंधन की ओर से शाम को उनके निधन की औपचारिक घोषणा की गई। डॉ. शिशिर जोजो ने बताया कि गुरुवार को अस्पताल की ओपीडी सेवा बंद रहेगी ताकि डॉ. जॉन को श्रद्धांजलि दी जा सके। हालांकि, आपातकालीन सेवाएं सामान्य रूप से जारी रहेंगी।

शोकसभा में अस्पताल के कर्मचारी, उनके सहयोगी चिकित्सक, स्थानीय समाजसेवी और ग्रामीण बड़ी संख्या में मौजूद रहे। उपस्थित सभी लोगों ने उनके योगदान को याद करते हुए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की।

डॉ. शिशिर जोजो ने बताया: “डॉ. एशली जॉन एक समर्पित डॉक्टर ही नहीं, बल्कि एक सच्चे मानवतावादी भी थे। उन्होंने पलामू में स्वास्थ्य सेवा को सशक्त करने में बड़ी भूमिका निभाई।”

न्यूज़ देखो: स्वास्थ्य सेवा के सच्चे कर्मयोगी को अंतिम श्रद्धांजलि

डॉ. एशली जॉन जैसे चिकित्सक समाज में भरोसे और सेवा के प्रतीक होते हैं। दूर-दराज के क्षेत्र सतबरवा में रहकर उन्होंने स्थानीय जनता की सेवा की, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनके असामयिक निधन से केवल अस्पताल नहीं, बल्कि पलामू की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को भी गहरा आघात पहुंचा है।
न्यूज़ देखो इस क्षति पर गहरी संवेदना व्यक्त करता है और उनके परिवार, सहयोगियों और मरीजों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

सकारात्मक सेवा भाव ही होती है सच्ची विरासत

डॉ. एशली जॉन की तरह यदि हर पेशेवर अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठावान हो, तो समाज में आशा, स्वास्थ्य और सेवा का वातावरण पनप सकता है।
आप इस खबर पर अपनी श्रद्धांजलि कमेंट के रूप में दें, इसे शेयर करें ताकि और लोग इस सेवा भाव को जान सकें और सम्मान दे सकें।

Exit mobile version