
#विश्रामपुर #दुर्गापूजा : पूर्व प्रत्याशी सुधीर चंद्रवंशी ने कई पूजा पंडालों में की आरती और दिया शिक्षा का प्रेरक संदेश
- सुधीर कुमार चंद्रवंशी ने किया दर्जनभर पंडालों का भ्रमण।
- मां भगवती से सुख, शांति और समृद्धि की कामना।
- शिक्षा को बताया शेरनी का दूध, पढ़ाई पर दिया जोर।
- रेहला बाजार कलश यात्रा में रहे मुख्य अतिथि।
- समिति ने अंगवस्त्र भेंट कर किया सम्मानित।
नवरात्र के पावन अवसर पर विश्रामपुर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी सुधीर कुमार चंद्रवंशी ने अपने सहयोगियों विवेक शुक्ला, रवींद्र शुक्ला, राजा अली, रिंकू सिंह, शिव चंद्रवंशी और सोनू विश्वकर्मा के साथ शनिवार को क्षेत्र के विभिन्न पूजा पंडालों का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने ग्राम केतात, बी मोड़, गोदरमा और बिश्रामपुर शहर के पंडालों में आरती में शामिल होकर मां भगवती से क्षेत्र की सुख-शांति और समृद्धि की कामना की।
शिक्षा पर प्रेरक संदेश
भले ही यह धार्मिक मंच था, लेकिन सुधीर चंद्रवंशी ने इस अवसर पर शिक्षा पर विशेष रूप से बल दिया। उन्होंने कहा कि “शिक्षा शेरनी का दूध है, जो जितना पिएगा, उतना दहाड़ेगा।” उन्होंने वादा किया कि वे विश्रामपुर विधानसभा के हर नागरिक को बेहतर शिक्षा और विकास की ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे।
रेहला बाजार कलश यात्रा में सहभागिता
रविवार को रेहला बाजार स्थित जय मां भवानी संघ दुर्गा पूजा पंडाल से भव्य कलश यात्रा निकाली गई। इस अवसर पर पंकज गुप्ता की अध्यक्षता में सुधीर कुमार चंद्रवंशी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उनके साथ युवा समाजसेवी विवेक शुक्ला, रविंद्र शुक्ला, रिंकू सिंह और राजा अली मौजूद थे।
कलश यात्रा की शुरुआत में सैकड़ों श्रद्धालु, माताएं और बहनें शामिल हुईं। यात्रा का शुभारंभ मां दुर्गा के पावन चरणों में मत्था टेककर हुआ। समिति ने सुधीर चंद्रवंशी का अंगवस्त्र भेंट कर भव्य स्वागत किया, जिससे वे भावुक और अभिभूत हो उठे।
भव्य आयोजन से अभिभूत
जय मां भवानी संघ पूजा समिति के सभी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और श्रद्धालुओं की सक्रिय भागीदारी ने इस आयोजन को भव्य और अनुकरणीय बना दिया। इस अवसर पर सुधीर चंद्रवंशी ने समिति और श्रद्धालुओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि मां दुर्गा की कृपा से विश्रामपुर विधानसभा में शांति और विकास का मार्ग और भी प्रशस्त होगा।

न्यूज़ देखो: आस्था के संग शिक्षा और विकास का संदेश
यह आयोजन केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक और प्रेरणादायी भी रहा। सुधीर चंद्रवंशी ने मां दुर्गा की आराधना के साथ-साथ शिक्षा और विकास का संदेश दिया, जिससे साफ है कि धार्मिक मंच भी समाज सुधार और सकारात्मक बदलाव का माध्यम बन सकते हैं।
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आस्था और शिक्षा से जुड़े समाज का निर्माण करें
नवरात्रि जैसे पावन अवसर केवल पूजा तक सीमित न रहें, बल्कि इन्हें समाज में शिक्षा, भाईचारे और विकास का संदेश फैलाने का अवसर बनाएं। अब समय है कि हम सब मिलकर बच्चों की शिक्षा को प्राथमिकता दें और विश्रामपुर को एक नए आयाम तक ले जाएं। अपनी राय कमेंट करें, खबर को साझा करें और मां दुर्गा की कृपा से सकारात्मक बदलाव की इस यात्रा में सहभागी बनें।