मझिआंव प्रखंड के पुरहे पंचायत अंतर्गत बालूगंज शेख टोला गांव में रविवार की शाम एक दर्दनाक हादसे में 4 वर्षीय मासूम गुलशीर अंसारी की नदी में डूबने से मौत हो गई। गुलशीर, जो साबिर अंसारी का पुत्र था, अपने दोस्तों के साथ बाकी नदी में नहाने गया था।
घटना कैसे हुई?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, नदी में बालू के अत्यधिक खनन के कारण कई गहरे गड्ढे बन गए हैं। इन्हीं में से एक गड्ढे में गुलशीर फंस गया। उसके साथ नहा रहे बच्चों ने इस घटना को देखकर घरवालों को जानकारी दी। सूचना मिलते ही ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और बच्चे को गहरे पानी से बाहर निकाला। लेकिन तब तक गुलशीर की सांसें थम चुकी थीं।
गांव में शोक का माहौल
मासूम की मौत की खबर से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। परिवारवालों का रो-रोकर बुरा हाल है। गुलशीर की मासूमियत और इस त्रासदी ने गांव के हर व्यक्ति को गमगीन कर दिया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से बालू खनन पर रोक लगाने और नदी की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की है।
ग्रामीणों की मांग: सुरक्षा के ठोस उपाय हो
घटना के बाद ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि नदी में बालू खनन के चलते बने गहरे गड्ढे इस तरह की दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि नदी की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। बालू खनन पर रोक लगाने और नदी के गड्ढों को भरने की अपील की गई है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को टाला जा सके।
परिजनों का दुख और प्रशासन का रुख
मासूम के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में मातम का माहौल बना हुआ है। वहीं, ग्रामीणों ने मासूम की मौत के लिए जिम्मेदार परिस्थितियों को लेकर प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाए हैं। समाचार लिखे जाने तक गुलशीर के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की जा रही थी।
सुरक्षा की मांग तेज
इस हादसे ने नदी में सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर किया है। गांव के लोग प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि जल्द से जल्द गड्ढों को भरा जाए और नदी के किनारों पर सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं ताकि बच्चों की जान खतरे में न पड़े।