
#मेदिनीनगर #सामाजिकसेवा : वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट और उपेक्षित मातृभूमि पलामू टीम ने लोटवा गांव के जरूरतमंद परिवार को दिया सहारा
- लोटवा गांव के उस परिवार को मदद पहुंचाई गई जिसने गरीबी और बीमारी के चलते बच्चे को बेचना चाहा था।
- वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट की सचिव शर्मिला वर्मा और डॉ. अमितू सिंह ने बच्चों और माता-पिता को नए कपड़े दिए।
- सामाजिक कार्यकर्ता कमलेश सिंह ने सरकारी मदद दिलाने का भरोसा दिलाया।
- कार्यक्रम में मंजूलता, अनामिका सिंह, रवि शर्मा और पंकज प्रसून मौजूद रहे।
- बच्चों की शिक्षा और सरकारी लाभ के लिए आधार कार्ड बनवाने पर जोर दिया गया।
मेदिनीनगर: लेस्लीगंज प्रखंड के लोटवा गांव में वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट और उपेक्षित मातृभूमि पलामू टीम के सदस्यों ने एक जरूरतमंद परिवार की सहायता कर समाज को मानवीय संदेश दिया। यह वही परिवार है जहां कुछ माह पहले गरीबी और भूखमरी से जूझ रही एक मां ने मजबूरी में अपने दुधमुंहे बच्चे को 50 हजार रुपये में बेचने की कोशिश की थी। मीडिया की तत्परता और सरकारी हस्तक्षेप से बच्चा सुरक्षित अपनी मां के पास लौटा, लेकिन परिवार की हालत अब भी दयनीय बनी हुई है।
दुर्गापूजा से पहले नई खुशियों का उपहार
परिवार की स्थिति को देखते हुए वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट की सचिव शर्मिला वर्मा और डॉ. अमितू सिंह ने परिवार के सभी पांच बच्चों और माता-पिता को दुर्गापूजा के अवसर पर नए कपड़े भेंट किए। इससे परिवार की आंखों में खुशी और चेहरे पर संतोष झलकने लगा। इस मौके पर टीम ने उन्हें सालभर पहनने लायक कपड़े भी उपलब्ध कराए ताकि जीवनयापन थोड़ा सहज हो सके।
समाजसेवियों का वादा और सहयोग
इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता कमलेश सिंह ने कहा कि वे इस परिवार को सरकारी योजनाओं और मदद से जोड़ने का प्रयास करेंगे ताकि आगे इन्हें भूख और अभाव का सामना न करना पड़े। वहीं, पांकी की मंजूलता और महरेजा की अनामिका सिंह ने परिवार को सामाजिक और भावनात्मक सहयोग देने का भरोसा दिलाया। रवि शर्मा और पंकज प्रसून भी इस टीम का हिस्सा बने और उन्होंने परिवार को हरसंभव मदद जारी रखने का संकल्प लिया।
बच्चों की शिक्षा और भविष्य पर चर्चा
कार्यक्रम के दौरान टीम वरदान से जुड़े सौभाग्य सृजन ने परिवार को बच्चों की शिक्षा की महत्ता समझाई। उन्होंने कहा कि आधार कार्ड नहीं होने की वजह से बच्चे स्कूल से वंचित हैं और परिवार सरकारी लाभ भी नहीं ले पा रहा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सामूहिक प्रयास से परिवार को आधार कार्ड बनवाने और बच्चों को स्कूल से जोड़ने में मदद की जाएगी।

न्यूज़ देखो: मानवता की मिसाल बना सामाजिक सहयोग
लोटवा गांव में जरूरतमंद परिवार की सहायता कर सामाजिक संगठनों ने साबित किया है कि मानवता और संवेदना से बड़ा कोई धर्म नहीं। सरकार और समाज दोनों को ऐसे परिवारों की ओर ध्यान देना होगा ताकि कोई भी परिवार भूख और अभाव से टूटने न पाए।
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चलो मिलकर बदलें जिंदगी
अब समय है कि हम सभी जरूरतमंद परिवारों की पहचान कर उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य और आजीविका से जोड़ने में सहयोग दें। बदलाव तभी आएगा जब समाज एकजुट होकर अभावग्रस्त लोगों की मदद के लिए आगे आए।
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