
#नेतरहाट #पर्यटन : घने जंगलों और कलकल बहते झरने के बीच अपर घघरी जलप्रपात सैलानियों का सबसे आकर्षक गंतव्य बन रहा है।
- नेतरहाट से 5 किमी दूर घाघरी नदी किनारे स्थित सुंदर जलप्रपात।
- घना जंगल, शांत वादियाँ और कलकल बहता पानी मुख्य आकर्षण।
- परिवारों के लिए पिकनिक स्पॉट के रूप में तेजी से लोकप्रिय।
- नए साल का स्वागत करने के लिए सबसे पसंदीदा स्थल माना जाता है।
- फोटोशूट और प्रकृति प्रेमियों के लिए आदर्श गंतव्य।
नेतरहाट के आसपास घूमने वालों के लिए अपर घघरी जलप्रपात इन दिनों किसी प्राकृतिक सौगात से कम नहीं साबित हो रहा है। महुआडांड़ से कुछ दूरी पर स्थित यह सुंदर जलप्रपात घाघरी नदी के किनारे बसा है और नेतरहाट से मात्र 5 किलोमीटर की दूरी पर होने के कारण आसानी से पहुंच योग्य है। घने जंगलों के बीच बहता झरना, चट्टानों से टकराती धारा और पक्षियों की मधुर आवाजें यहां आने वाले हर पर्यटक को मोह लेती हैं। शांत वादियों के बीच फैली प्राकृतिक हरियाली इसे नेतरहाट का ‘नेचर ज्वेल’ बनाती है।
प्रकृति प्रेमियों और परिवारों के लिए परफेक्ट पिकनिक स्पॉट
अपर घघरी जलप्रपात तक पहुंचना बेहद आसान है। बस, बाइक या किसी भी छोटे वाहन से लोग आराम से यहां पहुंचते हैं। परिवार के साथ पिकनिक मनाने वालों के लिए यह जगह सबसे पसंदीदा विकल्प बनती जा रही है। प्राकृतिक छांव, ठंडी हवा और झरने से उड़ती फुहारें मन को ताजगी से भर देती हैं। दिसंबर और जनवरी में यहां खासतौर पर भीड़ बढ़ जाती है, क्योंकि नए साल का स्वागत करने के लिए लोग इसे एक शांत और खूबसूरत जगह के रूप में चुनते हैं।
फोटोशूट, व्लॉगिंग और आराम का बेहतरीन स्थान
अपर घघरी जलप्रपात व्लॉगर्स, फोटोग्राफरों और प्रकृति प्रेमियों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। यहां की प्राकृतिक रौशनी, बहती धारा और हरी-भरी घाटियाँ फोटोशूट के लिए अनोखा बैकग्राउंड प्रदान करती हैं। कई स्थानीय लोग भी बताते हैं कि सप्ताहांत में यहां अच्छी-खासी भीड़ देखी जाती है और झरने के आसपास का माहौल बेहद जीवंत रहता है।
स्थानीय पर्यटन को गति
पर्यटकों की बढ़ती संख्या से स्थानीय व्यापारियों, गाइडों और छोटे दुकानदारों को भी लाभ मिल रहा है। चाय–नाश्ते की दुकानें, छोटे बाजार और स्थानीय परिवहन सेवाओं को नया संबल मिला है। अपर घघरी अब न सिर्फ प्राकृतिक सौंदर्य का केंद्र है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी गति देने वाला उभरता पर्यटन हब बन रहा है।
न्यूज़ देखो: प्रकृति संरक्षण और पर्यटन विकास का संतुलन
अपर घघरी जैसी सुंदर जगहों की बढ़ती लोकप्रियता यह दर्शाती है कि झारखंड का पर्यटन तेजी से उभर रहा है। जरूरत है कि पर्यटक और प्रशासन मिलकर इन स्थानों की स्वच्छता और प्राकृतिक संतुलन बनाए रखें, ताकि यह सौंदर्य आने वाली पीढ़ियों तक सुरक्षित रहे।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
प्रकृति का सम्मान, पर्यटन का विस्तार
प्रकृति हमें जितना देती है, उसकी सुरक्षा उतनी ही आवश्यक है। ऐसे खूबसूरत स्थलों पर जाते समय स्वच्छता बनाए रखें और पर्यावरण संरक्षण का संदेश फैलाएं। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को शेयर कर प्रदेश की सुंदरता को और लोगों तक पहुँचाएं।
















